बिहार के लिए बनाना होगा नया विकल्प, पश्चिम चंपारण में पीके ने समझाया कैसे होगा प्रदेश का विकास
बिहार के पश्चिम चंपारण में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार सक्रिय हैं। जनसुराज पदयात्रा के 37 वें दिन पीके ने सरकार को घेरा। उन्होंने लोगों से कहा- जाति और धर्म के नाम पर वोट देने के बजाय योग्य लोगों का करें चयन।

बेतिया ( प. चंपारण), जासं। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के विकास के लिए जनता को नया विकल्प बनाना होगा। जाति और धर्म के नाम पर वोट देने के बजाय योग्य लोगों का चयन करना होगा। वे जन सुराज पदयात्रा के 37वें दिन लोगों को संबोधित कर रहे थे। कहा कि हम लोग कोई दल नहीं बना रहे। हमारा प्रयास बिहार की हालिया स्थिति को बदलना है। इसलिए बिहार के लोगों को मिलकर एक नया विकल्प बनाना होगा। समस्याओं से निजात पाने के लिए अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से मिलकर दल बनाना होगा। इसकी अगुवाई कोई प्रशांत किशोर नहीं, बल्कि दल द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया सबसे योग्य व्यक्ति करेगा।
पीके ने सरकार पर साधा निशाना
सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिसको आपने बटन दबाकर राजा बनाया है, वो रात में आना तो छोड़ दीजिए। अब दिन में भी जनता से भेंट करने के लिए नहीं आते। जब आते हैं तो हेलीकॉप्टर से ही। जब नेता आप लोगों से मिलेंगे ही नहीं, तबतक कैसे समस्याओं को जान पाएंगे और उसका समाधान कर पाएंगे। केंद्र सरकार की तरफ से बिहार सरकार को 10 हजार करोड़ रुपये सालाना मिलता है। ये रकम इसलिए दी जाती है कि बिहार के लोगों को मनरेगा से मजदूरी मिल सके। उन्हें रोजगार की तलाश में बिहार से बाहर न जाने पड़े। लेकिन, बिहार सरकार केवल चार हजार करोड़ ही केंद्र से लेती है। बतातें चलें कि एक दिन पहले प्रशांत किशोर ने कहा था कि बिहार में नेता को इस बात का विश्वास है कि लोग भला-बुरा बोलेंगे लेकिन वोट उन्हीं को देंगे। और यहां के नेताओं को भी यह बात समझ आ गई है कि उन्हें केवल चुनावी 10 दिन जानता से सुनने मिलेगा उसके बाद आने वाले 5 साल उसका मौज होगा।" लोगों को समझाते करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप आगे भी ऐसे ही वोट करते रहे तो अपनी दशा के लिए आप खुद जिम्मेदार होंगे, इसलिए आपको अपने भविष्य के लिए खुद सजग होना पड़ेगा।

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