Valmiki Tiger Reserve: विदेशी पर्यटकों को एक 'खास' वजह से लुभा रहा वीटीआर, 3 साल में तेजी से बढ़ी संख्या
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व अपनी प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों के कारण विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। पिछले तीन वर्षों में विदेशी पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। रिवर व्यू सुंदर दृश्यों और सुविधाओं के विकास के चलते पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है। विदेशी पर्यटक जंगल सफारी पर्यटकों के स्वागत के तरीके और पंडई नदी के किनारें के दृश्यों की तारीफ कर रहे हैं।

जागरण संवाददाता, बेतिया। समृद्ध आर्थिकी के मामले में पर्यटन एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें विकास के व्यापक संभावनाएं छिपी हुई हैं। इस क्षेत्र में काम भी हो रहे हैं, जिसका असर भी दिखने लगा है। पश्चिम चंपारण जिला इन संभावनाओं से भरा पूरा है।
यहां इतिहास के तीनों कालों के स्रोत मौजूद हैं। इसमें बुद्ध कालीन साक्ष्यों के चलते इसकी प्रसिद्धी पूरी दुनिया में है। इसके चलते यहां प्रति वर्ष बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक बुद्ध से जुड़े दर्शनीय स्थलों का दीदार करते हैं, लेकिन आवश्यक सुविधाओं के नहीं होने से उन्हें उसी दिन लौट जाना पड़ता है, जिस दिन वे यहां आते हैं।
इसके विपरीत वाल्मीकि टाइगर रिजर्व हाल के वर्षों में पर्यटकों को लुभाने लगा है। ईको टूरिज्म के विकास, बाधों की संख्या में वृद्धि, रिवर व्यू, सुंदर दृश्यों एवं सुविधाओं के विकास के चलते यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने लगी है।
यही कारण है कि वर्ष 2022-23 में जहां वीटीआर आने वाले पर्यटकों की संख्या 9 रही, वह वर्ष 2023-24 में 8 और वर्ष 2024-25 में अप्रैल माह से अब तक 32 हो गई है। जबकि पर्यटन सत्र का समापन 15 जून तक होना है। इस बीच यहां विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी होगी।
इसमें गुरुवार को आस्ट्रेलिया के 20 पर्यटक वीटीआर के मंगुराहां में आकर जंगल सफारी से वन्य जीवों का दीदार कर वीटीआर प्रशासन की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं पर खुशी व्यक्त की है।
इधर, दस दिनों में छह सदस्यीय टीम के साथ यूनिसेफ की मुख्य वित्त महिला अधिकारी मारग्रेट एनियांगों केन्या, थाईलैंड महिला पर्यटक थाना विमोन एवं एक रूस के पर्यटक वीटीआर के जंगल में पहुंचे हैं।
वहीं, यूनिसेफ की टीम ने बिहार में किए जा रहे विकास कार्यों की मॉनिटरिंग के क्रम में वीटीआर की सुंदरता को नजदीक से देखा है।
विदेशी पर्यटकों ने विशेष रूप से मंगुरहां में जंगल सफारी, पर्यटकों के स्वागत के तरीके एवं पंडई नदी के किनारें के दृश्यों की तारीफ की।
कई विदेशी पर्यटक कर चुके हैं वीटीआर की प्रशंसा
- यहां आने वाले अब तक कई पर्यटक प्रशंसा कर चुके हैं। वीटीआर की सुंदर वादियों, नदी-नालों, बैम्बू हट, प्रदूषण से रहित वातावरण, ईको फ्रेंडली हट का अनुभव यहां जाते-जाते अपनी टिप्पणी छोड़ गए हैं।
- यूएसए से आए पर्यटक डेव टकी ने बताया था कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का बैम्बू हट काफी विलक्षण एवं आरामदायक है। उन्होंने कहा था कि यह एक ऐसी जगह है, जहां बार-बार घूमने की इच्छा होती है।
- वहीं, फ्रांस से आए पर्यटक डिजूलियन ने बताया था कि यहां की खूबसूरती काफी अच्छी लगी। यहां प्रदूषण काफी कम है और व्यवस्था भी अच्छी है।
वीटीआर आए अन्य पर्यटक
वीटीआर में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2021-22 में पर्यटकों की संख्या 92264 रही, वहीं वर्ष 2022-23 में 36604, वर्ष 2023-24 में 322071, 2024-25 में सितंबर माह तक 191295 है।
जंगल सफारी करने वाले पर्यटक भी तेजी से बढ़े
वर्ष 2019-20 में 7329 पर्यटकों ने जंगल सफारी किया। वर्ष 2021-22 में 11538, 2022-23 में 17198, वर्ष 2023-24 में 23550, वर्ष 2024-25 में जून माह तक 9226 पर्यटकों ने जंगल सफारी का भ्रमण वन्य जीवों का दीदार किया।
वीटीआर में ईको पर्यटन के तहत तेजी से काम किया जा रहा है। यहां पर्यटकीय सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। ताकि आने वाले दिनों में यहां पर्यटकों की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हो सके। हाल के वर्षो में यहां विदेशी पर्यटक भी आने लगे हैं। उन्हें प्राविधान के मुताबिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। - डॉ. नेशामणि, क्षेत्र निदेशक, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व
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