Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: भीषण गर्मी में बढ़ी बच्चों की मुश्किलें, स्कूल से घर लौटने में लू लगने का खतरा

    Updated: Sat, 17 May 2025 01:41 PM (IST)

    बगहा में भीषण गर्मी और 40 डिग्री तापमान के बावजूद बच्चे स्कूल जा रहे हैं। तपती धूप में वे छाता या बैग से खुद को बचाते हुए घर लौटते हैं। अभिभावक स्कूल ...और पढ़ें

    Hero Image
    तपती धूप में स्कूल से घर लौटते बच्चे

    संवाद सूत्र, बगहा। मई की चिलचिलाती गर्मी और 40 डिग्री तापमान में जहां सामान्य व्यक्ति का बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है, वहीं राजकीय मध्य विद्यालय पटखौली के बच्चे शिक्षा के प्रति अपनी लगन से मिसाल कायम कर रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भीषण गर्मी से बच्चे बेहाल

    स्कूल की छुट्टी हुई तो बच्चों के चेहरों से साफ झलक रहा था कि वे भीषण गर्मी से बेहाल हैं। तपती दोपहर में बच्चों का स्कूल से घर लौटना किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं था। कोई अपने हाथ में छाता लेकर धूप से बचने की कोशिश कर रहा था तो कोई अपने स्कूल बैग को ही सिर पर रखकर तेज धूप से बचाव कर रहा था।

    कुछ छोटे बच्चे तो बार-बार रुकते, छांव की तलाश करते और फिर धीरे-धीरे आगे बढ़ते नजर आए। स्थानीय लोगों के अनुसार शुक्रवार को अन्य दिनों की तुलना में गर्मी कुछ अधिक थी। तेज धूप और लू के थपेड़ों के बीच बच्चों का पैदल चलना वाकई एक कठिन चुनौती जैसा था।

    अभिभावकों ने भी जाहिर की चिंता

    बच्चों के अभिभावकों ने भी चिंता जाहिर की और कहा कि गर्मी के इस मौसम में स्कूल के समय में बदलाव होना चाहिए, ताकि बच्चों को राहत मिल सके।

    कुछ स्थानीय अभिभावकों ने कहा कि प्रशासन को समय सीमा में बदलाव करना चाहिए, लेकिन बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए विद्यालय प्रबंधन द्वारा पहले ही पानी की पर्याप्त व्यवस्था की गई है और कक्षा के अंदर भी पंखों आदि की सुविधा सुनिश्चित की गई है।

    हालांकि, इन सबके बावजूद जब बच्चों को घर तक कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है तो यह राह आसान नहीं होती। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बहुत से बच्चों को स्कूल आने-जाने के लिए सार्वजनिक या निजी परिवहन की सुविधा नहीं मिलती, ऐसे में वे धूप, बारिश और ठंड से जूझते हुए शिक्षा हासिल कर रहे हैं।

    शिक्षा के प्रति बच्चों की यह लगन और समर्पण प्रेरणादायक है। यह घटना न केवल उनके जज्बे को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि प्रशासन और समाज को बच्चों के लिए सुरक्षित और सहूलियत भरी शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

    सभी विद्यालयों को निर्देश दे दिया गया है गर्मी को देखते हुए बच्चों पर विशेष ध्यान दें, गर्मी की वजह से किसी भी बच्चे की थोड़ी भी तबीयत खराब होती है तो मुख्यालय को सूचित करें और उपचार करने का प्रयास करें। बच्चों को पर्याप्त मात्रा में विद्यालय में पानी मिल सके इसका बेहतर से बेहतर प्रयास करने के लिए आदेश दिया गया है।

    फूदन राम, बीईओ, बगहा दो

    गर्मियों में स्कूल जा रहे बच्चे को हीटवेव से बचाने के लिए अपनाएं ये सुझाव

    अभिभावक बच्चों को हल्के और ढ़ीले कपड़े पहनाएं, सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनाएं जिससे शरीर को ठंडक मिले और पसीना जल्दी सूख सके। बच्चों को टोपी या छाता लेकर भेजें ,पानी और तरल पदार्थ पिलाएं। घर से निकलने से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं,उनके बैग में एक पानी की बोतल जरूर रखें और नींबू पानी या ग्लूकोज भी दे सकते हैं। खाली पेट धूप में न निकलने दें, हल्का, ताजा और पोषक आहार दें और बच्चों को ठंडा फल का सेवन जरूर कराएं।

    डॉ. रणवीर सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी, शहरी पीएचसी बगहा दो

    ये भी पढ़ें

    Bihar Bijli: भीषण गर्मी के बीच बिहार में बढ़ी बिजली की मांग, 7717 मेगावाट तक पहुंची डिमांड

    Health News: भीषण गर्मी में बढ़ रहे डिहाइड्रेशन के मरीज; जानिए कारण, लक्षण और उपचार संबंधी हेल्थ टिप्स