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    रामनगर पुलिस ने पेश की मानवता की मिसाल, सड़क किनारे बेसुध पड़ी महिलाओं को आधी रात पहुंचाया अस्पताल

    By Vinod RaoEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Mon, 28 Aug 2023 09:48 PM (IST)

    पश्चिमी चंपारण की रामनगर पुलिस ने रविवार रात सच्चे अर्थों में अपनी ड्यूटी निभाते हुए मानवता की मिसाल पेश की है। दरअसल रामनगर-लौरिया रोड पर बैकुंठवा स्थान के पास सड़क के किनारे लावारिस हालत में दो महिलाएं घायल पड़ी हुई थी। सड़क किनारे बेसुध पड़ी घायल महिलाओं को पुलिस ने न सिर्फ अस्पताल पहुंचाया बल्कि इलाज के बाद उन्हें घर भी पहुंचाकर अपनी पक्की डयूटी निभा दी।

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    अज्ञात वाहन के चपेट में आने से रामनगर-लौरिया मुख्य सड़क में घायल पड़े थे लोग। जागरण

    हरिनगर, संवाद सूत्र (पश्चिमी चंपारण): पश्चिमी चंपारण की रामनगर पुलिस ने रविवार रात सच्चे अर्थों में अपनी ड्यूटी निभाते हुए मानवता की मिसाल पेश की है। रामनगर पुलिस ने न सिर्फ पुलिस-पब्लिक के रिश्ते को चरितार्थ किया, बल्कि आम अवाम में को भरोसे का एक संदेश भी दिया।

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    दरअसल, रामनगर-लौरिया रोड पर बैकुंठवा स्थान के पास सड़क के किनारे लावारिस हालत में दो महिलाएं घायल पड़ी हुई थी। सड़क किनारे बेसुध पड़ी घायल महिलाओं को पुलिस ने न सिर्फ अस्पताल पहुंचाया, बल्कि इलाज के बाद उन्हें घर भी पहुंचाकर अपनी पक्की डयूटी निभा दी।

    केस की जांच कर वापस लौट रहे थे पुलिस अधिकारी

    बता दें कि रामनगर थाना के अपर थानाध्यक्ष उमाशंकर मांझी, अवर निरीक्षक प्रभात समीर, एएसआई इरशाद आलम, ब्रजभूषण सिंह, महिला सिपाही प्रियंका कुमारी, रिशू कुमारी किसी मामले की जांच करके वापस थाना लौट रहे थे। इसी बीच उन्होंने देखा कि सुनसान सड़क के किनारे बेहोशी की हालत में दो महिलाएं बेसुध पड़ी हुई हैं।

    अस्पताल भेज की यथाशीघ्र इलाज की व्यवस्था

    पुलिस अधिकारियों ने बिना देर किए महिला सिपाहियों के सहयोग से दोनों घायल महिलाओं को टैम्पो में बिठाकर राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में इलाज के लिए भेज दिया। साथ ही, गश्ती दल के जवानों को घायल महिलाओं के यथाशीघ्र इलाज शुरू कराने का निर्देश दिया।

    डॉक्टर ने अस्पताल से दी छुट्टी

    डयूटी पर तैनात चिकित्सक डाॅ एम. काजिम ने इन महिलाओं का आवश्यक उपचार एवं दवा आदि देकर अस्पताल से छुट्टी कर दी।

    जानकारी के मुताबिक, घायल महिलाओं के माथे और शरीर के अन्य अंगों पर चोट लगी है। चिकित्सक ने बताया कि खतरे की कोई बात नहीं है।

    घायल महिलाओं की पहचान शहरी क्षेत्र के बिलासपुर की रहने वाली चंद्रिका राम की पत्नी नमंता देवी तथा नागेंद्र राम की पत्नी फूलबदन देवी के रूप में हुई है ।