Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    West Champaran: भूमि विवाद में एक युवक की मौत कई घायल, शव के साथ धरने पर बैठे थे लोग; मान-मनौव्वल से ऐसे सुलझा मामला

    बिहार में पश्चिमी चंपारण के लौरिया प्रखंड में भूमि विवाद में गोली लगने से घायल प्रकाश महतो की मौत के बाद शव रखकर धरना दे रहे मृतक के स्वजन देर रात में मान गए। तीन लाख नगर और पांच कट्ठा खेती योग्य भूमि देने पर समझौता हुआ। इसके बाद शुक्रवार की सुबह में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

    By Anil Kumar Thakur Edited By: Mohit Tripathi Updated: Fri, 05 Jan 2024 05:01 PM (IST)
    Hero Image
    तीन लाख नगद और पांच कट्ठा भूमि पर समझौता के बाद उठा शव। (सांकेतिक फोटो)

    संवाद सूत्र,  लौरिया (पश्चिमी चंपारण)। पश्चिमी चंपारण में लौरिया प्रखंड के कटैया बाजार में भूमि विवाद में गोली लगने से घायल प्रकाश महतो की मौत के बाद शव रखकर धरना दे रहे मृतक के स्वजन देर रात में मान गए। तीन लाख नगर और पांच कट्ठा खेती योग्य भूमि देने पर समझौता हुआ। इसके बाद शुक्रवार की सुबह में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। हालांकि मृतक की पत्नी निर्मती देवी ने तीन लाख नगद और पांच कट्ठा भूमि पर समझौते से इनकार कर दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

    समझौता को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी प्रसारित हो रहा है। प्रसारित वीडियो में मृतक के स्वजन बेटी की शादी का खर्च भी डिमांड कर रहे हैं। वहीं, समझौता वार्ता में शामिल स्थानीय लोग मान मनौवल करा रहे हैं। नगदी के लिए चेक के लेन-देन की बात भी वीडियो में की जा रही है। हालांकि प्रसारित वीडियो की दैनिक जागरण पुष्टि नहीं करता है।

    क्या है पूरा मामला?

    दरअसल, बीते एक जनवरी को कटैया गांव में तीन सगे भाइयों अब्दुल्लाह मियां ,करमुल्लाह मिया व दिवंगत मजीमुल्लाह मियां के स्वजन के बीच भूमि विवाद को लेकर मारपीट हुई थी। मारपीट में चार लोग घायल हो गए।

    इसी दौरान गोली भी चली जिसमें प्रकाश महतो को गोली लगी थी और सिर फट गया था। इलाज के दौरान बुधवार की रात में उसकी मृत्यु मोतिहारी के एक निजी अस्पताल में हो गई।

    शव के साथ धरने पर बैठे थे स्वजन

    गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में पोस्टमार्टम के बाद शव जब गांव में पहुंचा तो परिजन शव को ले जाकर ग्रामीण रौशन सिंह के दरवाजे पर रख दिए और धरना पर बैठ गए। मृतक के परिजन ने आरोप लगाया कि तीन भाईयों के बीच के झगड़े में रौशन सिंह ही प्रकाश महतो को बुलाकर ले गए थे। इसलिए गरीब परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी रौशन सिंह को उठानी होगी।

    मध्यस्थता से सुलझा मामला

    रात 9:30 बजे तक शव रौशन सिंह के दरवाजे पर पडा रहा। अंत में ग्रामीण पंचों ने मध्यस्ता की और मामला सुलझा। मामले में थानाध्यक्ष कैलाश कुमार का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन को सौंप दिया गया था। मारपीट और फायरिंग मामले में दोनों पक्ष के आवेदन पर कांड दर्ज है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    यह भी पढ़ें: PM Kisan Yojana: डाकघर से पीएम किसान सम्मान निधि की राशि पाना हुआ आसान, बस इन बातों का रखना होगा ध्यान

    Bihar Teacher News: DLED पास अभ्यर्थियों को KK Pathak ने दी खुशखबरी, कहा- चिंता मत कीजिए बस मेहनत...