36 लाख का गोवर्धन प्लांट डेढ़ साल बाद भी अधूरा, मशीनरी नहीं लगने से ग्रामीण निराश
नरकटियागंज के जमुनिया गांव में 36 लाख का गोवर्धन प्लांट डेढ़ साल बाद भी अधूरा है। नौ फरवरी, 2024 को शुरू हुआ यह प्लांट 90 दिनों में पूरा होना था, लेकिन ...और पढ़ें

36 लाख का गोवर्धन प्लांट डेढ़ साल बाद भी अधूरा
संवाद सहयोगी, नरकटियागंज। प्रखंड की धूमनगर पंचायत के जमुनिया गांव स्थित राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय के खेल मैदान में गोवर्धन प्लांट करीब डेढ़ साल बाद भी चालू नहीं हो सका है। 36 लाख रुपये की लागत से बनने वाले एक हजार किलो क्षमता वाले प्लांट का निर्माण कार्य नौ फरवरी, 2024 को अधिकारियों द्वारा विधिवत पूजा अर्चना के साथ शुरू किया गया था।
एजेंसी आनंद इंजीनियरिंग लखनऊ को इसे मात्र 90 दिनों में पूरा करने का निर्देश था। लेकिन, डेढ़ साल बाद भी परियोजना अधूरी है। इस प्लांट में गोबर से बिजली और जैविक खाद बनने हैं, लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण ग्रामीण इसकी बाट जोह रहे हैं।
अधिकारी करते रहे निरीक्षण
प्लांट निर्माण के दौरान अधिकारियों का बार-बार निरीक्षण होता रहा, बावजूद प्लांट अधर में है। सात अगस्त, 2024 को डीआरडीए निदेशक अरुण प्रकाश और मनरेगा कार्यपालक के अभियंता सुरेश चौधरी ने निरीक्षण कर बाउंड्रीवाल और फर्श का कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था।
29 अक्टूबर, 2024 को भी जिला समन्वयक विश्वजीत भारती व अन्य अधिकारियों ने इसे चालू करने का निर्देश दिया। 27 नवंबर, 2024 को उप विकास आयुक्त सुमित कुमार ने भी कार्य पूर्ण करने और इसके शीघ्र चालू कराने का निर्देश दिया था।
मुखिया प्रतिनिधि अवनीश कुमार मिश्र, ग्रामीण नेशार खान, रामू राम, मुन्ना राय, तप्पू मिश्र तथा श्यामबाबू गुप्ता ने बताया कि प्लांट का भवन तो तैयार हो गया है, लेकिन इसमें गोबर से बिजली बनाने वाली आवश्यक मशीन स्थापित नहीं हो पाई है, जिस कारण यह बंद पड़ा है। परियोजना पर लाखों खर्च होने के बाद भी इसका उद्देश्य पूरा नहीं हो सका है।
इस संबंध में जिला के संबंधित पदाधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। ताकि गोवर्धन प्लांट को जल्द से जल्द चालू करवाया जा सके।-सूरज कुमार सिंह, बीडीओ, नरकटियागंज।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।