सात जनवरी तक कड़ाके की ठंड से राहत नहीं, गलन और शीतलहर बढ़ाएगी परेशानी
Cold and Fog News: बेतिया में बर्फीली पछुआ हवा के कारण कड़ाके की ठंड जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। दिनभर ओस टपकने और कोहरे के कारण दृश्यता कम ...और पढ़ें

North West Cold Wind: उत्तर-पश्चिम बर्फीली पछिया के कारण बढ़ी ठंड। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, बेतिया (पश्चिम चंपारण)। Weather Forecast Bihar: उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही बर्फीली पछुआ हवा ने जिले में ठंड का असर और तेज कर दिया है। मंगलवार को भी दिनभर ओस की बूंदें टपकती रहीं और गलन ने लोगों को बेहाल रखा।
सुबह से शाम तक हल्के से मध्यम कोहरे का असर देखने को मिला, जिससे सड़क पर चलना मुश्किल रहा और वाहन रेंगते नजर आए। मौसम विभाग के अनुसार, सात जनवरी तक ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। इस दौरान शीतलहर और गलन का असर बना रहेगा और तापमान सामान्य से नीचे ही रहेगा।
पछुआ हवा ने बढ़ाई कनकनी
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, उत्तर-पश्चिम से आ रही ठंडी हवा की गति करीब 11 किलोमीटर प्रति घंटा रही। इसी कारण ठंड की तीव्रता बढ़ गई। सुबह के समय दृश्यता काफी कम रही, जिससे खासकर हाईवे और ग्रामीण सड़कों पर वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
दिनभर लोग गर्म कपड़ों में दुबके रहे। सबसे अधिक परेशानी बच्चों और बुजुर्गों को झेलनी पड़ी।
तापमान सामान्य से नीचे
जिले में अधिकतम तापमान 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 08 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। सापेक्षिक आर्द्रता लगभग 55 प्रतिशत रही, जिससे ठंड के साथ गलन और बढ़ गई।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी एक सप्ताह तक मौसम शुष्क और आसमान साफ रहेगा, लेकिन सुबह के समय मध्यम कोहरा छाया रह सकता है। पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी के कारण तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की और गिरावट संभव है।
सात जनवरी के बाद बदल सकती है हवा की दिशा
हालांकि राहत की उम्मीद बहुत कम है, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि सात जनवरी के बाद हवा की दिशा में बदलाव हो सकता है। इसके बाद धीरे-धीरे ठंड के प्रभाव में कमी आने की संभावना बनेगी, लेकिन फिलहाल अगले 10 दिनों तक ठंड से राहत के आसार नहीं हैं।
ठंड का असर अस्पतालों में भी दिखा
कड़ाके की ठंड का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी साफ नजर आया। जीएमसीएच ओपीडी में गुरुवार को सामान्य दिनों की तुलना में मरीजों की संख्या कम रही।
अमूमन जहां रोजाना 1000 से 1500 मरीज इलाज के लिए ओपीडी पहुंचते हैं, वहीं गुरुवार को पहली शिफ्ट में केवल करीब 650 मरीजों का ही पंजीकरण हो सका। दूसरी शिफ्ट में भी सीमित संख्या में मरीजों के आने की संभावना जताई गई।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, बुधवार को दोनों शिफ्ट मिलाकर लगभग 850 मरीजों का पर्चा कटा था। चिकित्सकों का कहना है कि ठंड के कारण सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग प्रभावित हो रहे हैं। उन्हें ठंड से बचाव और सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
तापमान का हालतापमान का हाल (एक नजर में)
| तारीख | अधिकतम | न्यूनतम |
|---|---|---|
| I. 31 दिसंबर | 17 | 09 |
| II. 01 जनवरी | 17 | 09 |
| III. 02 जनवरी | 21 | 08 |
| IV. 03 जनवरी | 23 | 10 |
| V. 05 जनवरी | 24 | 12 |
| VI. 06 जनवरी | 25 | 11 |
| VII. 07 जनवरी | 25 | 11 |
| VIII. 08 जनवरी | 22 | 09 |
| IX. 09 जनवरी | 22 | 08 |

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