Bihar Land Mutation: क्यों पेंडिंग हैं दाखिल खारिज के अनेकों मामले? अब सामने आई असली वजह, यहां समझें पूरी बात
स्थानीय सामुदायिक भवन में संचालित अंचल कार्यालय में फरियादियों की भीड़ है। अधिकांश लोग दाखिल खारिज में आ रही समस्या को लेकर पहुंचे हैं। कुछ राजस्व कर्मचारी दैनिक कार्यों में व्यस्त हैं जबकि कुछ गायब हैं। अंचल नजारत ने अग्नि पीड़ितों को प्लास्टिक शीट दी। आरटीपीएस काउंटर पर 137 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें आय निवास जाति प्रमाण पत्र और ईडब्ल्यूएस के आवेदन शामिल हैं।
संवाद सहयोगी, नरकटियागंज। स्थानीय सामुदायिक भवन में संचालित अंचल कार्यालय। सोमवार समय पूर्वाह्न 11:20 बजे है। कार्यालय में फरियादियों की भीड़ है। अधिकांश लोग दाखिल खारिज में आ रही समस्या को लेकर पहुंचे हैं।
सात- आठ माह पूर्व ऑफलाइन करने के बाद भी दाखिल खारिज नहीं होने की समस्या को लेकर सीओ से मिलने के लिए फरियादी पहुंचे हैं। कार्याल कक्ष में दैनिक कार्यों का निष्पादन करते हुए कुछ राजस्व कर्मचारी दिखे।
उनके समीप कुछ लोग अपने हाथ में कागजात लिए खड़े थे।दूसरी ओर कंप्यूटर लगे एक अन्य टेबल पर कुछ कर्मी काम करते दिखे। हालांकि कुछ राजस्व कर्मचारी गायब भी रहे। पूर्वाह्न 11:35 बजे अंचल नजारत में नाजीर जय प्रकाश साह कुछ लोगों को प्लास्टिक वितरण करते दिखे।
उन्होंने बताया कि परोराहा पंचायत के भगौना गांव के अग्नि पीड़ित हैं, जिन्होंने आज हीं आवेदन किया है तो उन्हें अंचल प्रशासन की ओर से प्लास्टिक शीट दिया जा रहा है।
उधर परिसर में हीं आरटीपीएस काउंटर पर कर्मी बैठे दिखे। आरटीपीएस के कार्यपालक सहायक राजन कुमार ने बताया कि ऑनलाइन आज कुल 137 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसमें आय प्रमाण पत्र के लिए 40 आवेदन पड़े हैं।
इसी तरह निवास प्रमाण पत्र के 35 आवेदन, जाति प्रमाण पत्र के 35, नॉन क्रीमीलेयर के 12 आवेदन तथा ईडब्ल्यूएस के कुल 15 आवेदन प्राप्त हुए हैं। वहीं परिसर के बाहर लोगों की काफी चहल कदमी दिखी।
पहुंचे फरियादियों की पीड़ा
दाखिल खारिज के लिए एक माह पहले आवेदन किया था। जिसका अभी तक निष्पादन नहीं हुआ। इसी के बारे पता करने अंचल आया हूं। अभी तक राजस्व कर्मचारी से मुलाकात नहीं हुई है।-असगर अली, खजुरिया बरवा
अब तक पेंडिंग है मामला
मार्च 2024 में जमीन का दाखिल खारिज कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। अभी तक इसका निष्पादन नहीं हुआ है। इसको लेकर अंचलाधिकारी से मिलने आए हैं।-अफजल हुसैन, केसरिया
करना पड़ता है ऑनलाइन आवेदन
भूमि की पैमाईश कराने को लेकर अंचल कार्यालय आए हैं। ताकि मेरे हिस्से की वास्तविक भूमि का पता चल सके। यहां बताया गया है कि ऑनलाइन इसका आवेदन करना पड़ता है।-चंद्रिका महतो, पुरानी बाजार , नगर परिषद
अधिकारी का बयान
दाखिल खारिज के कई आवेदनों का लंबित रहने का मूल कारण ऑनलाइन आवेदन करते समय अधिकांश रैयत अपना वास्तविक मोबाइल नंबर नहीं देते हैं। साइबर कैफे वाले खुद का मोबाइल नंबर और ई- मेल आईडी आवेदन में डाल देते हैं। इस वजह सूचना आवेदकों तक नहीं पहुंच पाती है। जिसके चलते कई मामलों में कागजात नहीं मिलने से आवेदन लंबित रह जाता है। आरटीपीएस से प्राप्त सभी आवेदनों का समय से निष्पादन किया जाता है।-सुधांशु शेखर, अंचलाधिकारी, नरकटियागंज।
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