पश्चिम चंपारण के गोर्वधना के जंगल में जानवरों के शिकार के लिए जाल लगा रहा तस्कर गिरफ्तार
वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना के गोवर्धना वन प्रक्षेत्र में वनकर्मियों ने एक वन्यजीव तस्कर सुखल मांझी को आधी रात को जाल लगाते हुए पकड़ा। तस्कर जानवरों के ...और पढ़ें

गोवर्धना वन प्रक्षेत्र से गिरफ्तार तस्कर।
जागरण संवाददाता, बेतिया । वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना (वीटीआर) के गोवर्धना वन प्रक्षेत्र में वन्य जीवों के शिकार के लिए आधी रात को घनघोर जंगल में जाल लगा रहे एक तस्कर को वनकर्मियों ने खदेड़कर पकड़ा है।
वन्य जीवों के शिकार के लिए लगाए गए जाल (फंदा) को भी बरामद किया गया है। पकड़ा गया तस्कर बेतिया पुलिस जिला के मटियरिया थाना क्षेत्र में बनहवा मटियरिया गांव निवासी दुखी मांझी का पुत्र सुखल मांझी (46 वर्ष) से मंगुराहा रेंज कार्यालय में पूछताछ हो रही है।
रेंजर सुनील कुमार पाठक ने बताया कि बीते 29 दिसंबर की रात करीब 12 बजे वनकर्मी नियमित गश्ती पर थे। इसी दौरान गोवर्धना वन क्षेत्र के एस–24 कंपार्टमेंट के घने जंगल में ठक–ठक की आवाज सुनाई दी।
आवाज की दिशा में जब वनकर्मी पहुंचे तो उन्हें देखकर तस्कर भागने लगा। वनकर्मियों ने घने जंगल में करीब 200 मीटर तक पकड़ लिया। गिरफ्तार तस्कर के पास से जानवरों के शिकार में प्रयुक्त लोहे का फंदा और चाप के साथ लगभग 25 मीटर तार बरामद किया गया है।
पूछताछ में तस्कर ने स्वीकार किया है कि वह जंगली जानवरों के शिकार के लिए फंदा लगा रहा था। उसके फंदे में जंगल का कोई भी जानवर फंस जाएगा तो उसकी मृत्यु निश्चित है।
जिस क्षेत्र में वह फंदा लगा रहा था, वहां से करीब 400 मीटर की दूरी पर बाघों का अधिवास क्षेत्र भी है। हरियाली के कारण यहां हिरण आदि का भी रहवास है। गिरफ्तार तस्कर से कड़ाई के साथ पूछताछ हो रही है। वन विभाग के अधिकारियों को आशंका है कि तस्कर इस घटना में अकेले शामिल नहीं होगा, उसके सहयोगी भी होंगे, जो भाग गए हैं।

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