दीघा-बेतिया फोरलेन सड़क निर्माण में 111 हेक्टेयर भूमि का होगा अधिग्रहण, लिस्ट में 16 गांव शामिल
दीघा, पटना से बेतिया तक 139 डब्लू फोरलेन सड़क निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। पश्चिम चंपारण के चार प्रखंडों में भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है। कुल 171.29 किलोमीटर लंबी यह सड़क पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों को जोड़ेगी। इस परियोजना से बेतिया से पटना का सफर 6 घंटे से घटकर मात्र 3 घंटे रह जाएगा।

जागरण संवाददाता, बेतिया। दीघा, पटना से लेकर बेतिया तक 139 डब्लू फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर कवायद तेज कर दी गई है। पश्चिम चंपारण के चार प्रखंडों में निर्माण से जुड़े भूमि अधिग्रहण कराने को लेकर सरकार को अधियाचना भेज दी गई है। इसका साथ ही थ्री डी पब्लिकेशन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी।
निर्माण में जिले के चार प्रखंडों नौतन, सदर, बैरिया व चनपटिया में 111.8008 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होना है। जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में इस फोरलेन सड़क की लंबाई 24 किलोमीटर होगी। जगदीशपुर से इसका निर्माण कार्य शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण में जमीन की कमी नहीं हो, इसको लेकर रैयतों की जमीन अधिग्रहण की जाएगी। इसमें 16 गांव के रैयतों की जमीन शामिल है।
जिन गांवों की अधिग्रहण करने के लिए चिह्रित की गई है, उसमें जगदीशपुर, जमुनिया, पकड़िया, विशुनपुरा, टोला पटेरवा, धूमनगर, टोला सनसरैया, टोला पर्वतीया, विशंभरपुर, भितहां निजाम, हाटसरैया, मथौली, पश्चिम करगहिया, टोला विशुनपुर उर्फ विशुनपुर तुनिया, गुरवलिया विश्वास व भरपटिया शामिल है। सड़क निर्माण पर कुल 8660.70 रुपये खर्च होंगे।
171.29 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का होगा निर्माण
171.29 किलोमीटर लंबी हाई वे का निर्माण कराया जाना है। इसमें पटना की ओर से निर्माण शुरू भी कर दिया गया है। यह हाईवे पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण जिलों को एक साथ जोड़ेगी।
एनएचआई के कार्यपालक अभियंता मनोरंजन कुमार सिंह ने बताया कि इस पूरे परियोजना को कुल पांच सेक्टरों में बांटा गया है।
इस बहुउद्देशीय फोरलेन परियोजना से उत्तर बिहार, सीमांचल और उत्तर प्रदेश से पटना आने-जाने वाले यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। वर्तमान में बेतिया से पटना के सफर में करीब 6 घंटे का समय लगता है, जो फोरलेन सड़क के निर्माण के बाद घटकर महज 3 घंटे रह जाएगा।
वहीं जेपी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलेगी( इतना ही नहीं, उत्तर बिहार और सीमांचल के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा। जिससे व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने से क्षेत्रीय आर्थिक विकास के मार्ग प्रशस्त होंगे।
परियोजना पर निर्माण की स्थिति
- बकरपुर से मानिकपुर: 38.814 किमी, निर्माण कार्य जारी
- मानिकपुर से साहेबगंज: 44.650 किमी, स्वीकृत
- साहेबगंज से अरेराज: 38.362 किमी, टेंडर प्रक्रिया जारी
- अरेराज से बेतिया: 40.580 किमी, टेंडर प्रक्रिया जारी
- दीघा-बकरपुर छह लेन पुल: 4.5 किमी, स्वीकृत
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।