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    छपरा-कटिहार की तीसरी और चौथी रेल लाइन के लिए DPR तैयार, परियोजना को मिली मंजूरी

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 01:37 PM (IST)

    पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल में तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट का काम पूरा हो गया है। लगभग 311 किलोमीटर के खंड को कवर करने वाली इस परियोजना पर 8600 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस परियोजना से छपरा सोनपुर हाजीपुर शाहपुर पटोरी बछवाड़ा और बरौनी-कटिहार के लोगों को फायदा होगा। यह मार्ग दिल्ली-गुवाहाटी को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण हिस्सा है।

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    छपरा ग्रामीण से कटिहार तक तीसरी और चौथी रेलवे लाइन के लिए डीपीआर तैयार। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, हाजीपुर। पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल में छपरा ग्रामीण-सोनपुर-हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बछवाड़ा और बरौनी–कटिहार खंड पर तीसरी और चौथी लाइन बिछाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) का कार्य प्रथम चरण में पूरा कर लिया गया है।

    यह परियोजना लगभग 311 किलोमीटर लंबे खंड को कवर करेगी और इसकी अनुमानित लागत 8600 करोड़ रुपये होगी। यह खंड छपरा ग्रामीण-सोनपुर-हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बछवाड़ा और बरौनी-कटिहार तक फैला हुआ है। इस परियोजना को करीब 8600 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा।

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    बताया गया कि लगभग 450 किलो मीटर लंबी तीसरी और चौथी रेल लाइन के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाने के कार्य की स्वीकृति रेलवे बोर्ड ने दी थी। उसके बाद इसकी विस्तृत डीपीआर तैयार की गई।

    पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक और अन्य विभागाध्यक्षों द्वारा गुरुवार को हाजीपुर मुख्यालय में इस डीपीआर की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान कई महत्वपूर्ण तकनीकी सुझाव भी दिए गए। परियोजना रिपोर्ट को अब अंतिम रूप देकर स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा।

    बताया गया कि यह प्रस्तावित मार्ग भारतीय रेलवे के उच्च घनत्व नेटवर्क मार्ग (एचडीएन रूट) का हिस्सा है, जो दिल्ली-गुवाहाटी वाया रोजा-गोरखपुर-कुमेदपुर को जोड़ता है। यह खंड पूर्वोत्तर भारत को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग है, जहां पहले से ही यात्री और मालगाड़ियों की भारी आवाजाही है।

    इस रेलखंड पर अत्यधिक भीड़भाड़ को देखते हुए यात्री व मालगाड़ी की भी मांग काफी अधिक है। इस समस्या को दूर करने और परिचालन की क्षमता बढ़ाने के लिए इन खंडों पर तीसरी और चौथी लाइन की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी।

    अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार होने के साथ ही क्षमता वृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। इससे लोगों को यात्रा करने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।