संवाद सहयोगी, सोनपुर (वैशाली)। Patna News:
दीघा-सोनपुर सिक्स लेन पुल के निर्माण में उस समय कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है जब इसके लिए भूमि अधिग्रहण के लिए कदम उठाए जाएंगे। इस प्रस्तावित सिक्स लेन पुल का बहुत बड़ा हिस्सा सोनपुर के गंगाजल मौजा से होकर गुजरेगा और सबसे बड़ी दिक्कत यह कि इस मौजे के लगभग 50 बीगहा भूमि का खतियान ही अभिलेखागार में उपलब्ध नहीं है।
इस हाल में यह पता करना काफी मुश्किल विषय होगा कि वास्तव में उक्त भूमि का असली स्वामी कौन है। गंगाजल के किसान राधे श्याम सिंह ने बताया कि वे विगत आठ साल से इस मौजे का खतियान के लिए भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग तथा छपरा अभिलेखागार से लेकर मुख्यमंत्री के जनता दरबार और राज्यपाल को पत्र लिख कर थक चुके हैं।
सूचना के अधिकार के तहत भी मांग की।
सारण जिला अभिलेखागार के पदाधिकारी का जवाब यह आया कि इसका खेसरा का पेपर फट गया है। राधेश्याम सिंह का कहना है कि जिस मौजा के खतियान का लगभग 500 पेज ही नहीं है उस मौजा मे सरकार किस आधार पर जमीन अधिग्रहण करेगी और मुआवजा देगी।
उनका कहना है कि भू-माफियाओं ने ऐसी भूमि का जाली दस्तावेज तैयार कर लिया है। उसे आधार पर जमीन की खरीद-बिक्री भी कर चुके हैं। जब इसका असली स्वामी सामने खड़ा होगा तब क्या होगा ? मालूम हो की भी दो दिन पहले केंद्रीय कैबिनेट ने जेपी सेतु के बगल से सिक्स लेन पुल के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की है।
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