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    Vaishali Flood: राघोपुर में बाढ़ ने मचाई तबाही, हजारों एकड़ फसलें बर्बाद होने से किसानों की बढ़ रही मुश्किलें

    Updated: Wed, 13 Aug 2025 11:57 AM (IST)

    राघोपुर प्रखंड में गंगा नदी में आई बाढ़ से भारी तबाही हुई है जिससे हजारों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं। मक्का अरहर धान और केले की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं। किसान अपनी मेहनत से लगाई फसलों के नुकसान से परेशान हैं। कृषि विभाग ने नुकसान की रिपोर्ट सरकार को भेज दी है और मुआवजे की मांग की जा रही है।

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    राघोपुर में बाढ़ की तबाही से फसलें हो रही हैं बर्बाद। जागरण फोटो

    संवाद सूत्र, राघोपुर। राघोपुर प्रखंड में गंगा नदी की बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई है। हजारों एकड़ में लगी मक्का, अरहर, धान, जनेरा, सब्जी, फूल और केले की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। तेरसिया और सरायपुर पंचायतों में सैकड़ों एकड़ केले के पौधे डूबकर सूख गए।

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    बाढ़ का पानी फैलने से प्रखंड के सभी 20 पंचायत प्रभावित हैं। खेतों और बर्बाद फसलों को निहारते किसानों की आंखों में आंसू हैं। किसानों ने बताया कि उन्होंने मेहनत और भारी खर्च से फसलें लगाई थीं, लेकिन अचानक आई बाढ़ ने सब कुछ खत्म कर दिया।

    कभी सूखा और तो की बाढ़ से किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। फसल नष्ट होने के बाद वे कर्ज चुकाने और परिवार का भरण-पोषण करने को लेकर चिंतित हैं।

    राघोपुर प्रखंड के राघोपुर पश्चिमी के कामाख्या नारायण सिंह, प्रभात कुमार, धीरज कुमार सिंह, डॉ. शिवाजी सिंह, ललन प्रसाद सिंह, पहाड़पुर पूर्वी निवासी सत्येंद्र सिंह, मुकेश दास, अरुण सिंह, डा. अशोक राय, जयप्रकाश राय, फतेहपुर निवासी नवल किशोर सिंह, राम निरंजन सिंह, संतोष सिंह, दिनेश राम और सुनील मालाकार ने बाढ़ से हुए नुकसान से अवगत कराया।

    इसके साथ ही, विनोदानंद सिंह, सुरेंद्र सिंह, गौतम सिंह, परोहा निवासी गनौर राय, डोमन राय, उदय महतो, विजय महतो, मुकेश पटेल, जय राम कुमार एवं अर्जुन कुमार ने बताया कि बाढ़ के पानी के कारण जनेरा, मक्का, भिंडी, परवल, नेनुआ, करेला बर्बाद हो गया।

    पहाड़पुर पश्चिम के अंकित कुमार समेत सैकड़ों किसानों ने बताया कि बाढ़ के कारण खेतों में लगी जनेरा, मक्का आदि फसल बर्बाद हो गई। अंकित कुमार ने बताया कि बाढ़ के कारण खेतों में लगी बैंगन, टमाटर, मिर्चा, अन्य फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं।

    उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाले अनुदान का इंतजार है। परोहा निवासी गनौर राय ने बताया कि खेत में लगी बैंगन, टमाटर, परवल एवं पशु चारा (जनेरा) की फसल बाढ़ के पानी में डूबने से नष्ट हो गई।

    10 दिनों तक पानी में डूबे रहने से केले के पौधे सूखे

    राघोपुर प्रखंड के पूर्व प्रमुख मुकेश राय, सच्चिदानंद राय, विद्यासागर राय एवं सरायपुर के मुखिया प्रतिनिधि कंचन कुमार ने बताया कि बाढ़ का पानी पिछले कई दिनों से खेतों में भरा है, जिसके कारण सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगे केले के पौधे पानी में डूबने से सूखकर बर्बाद हो गए। वहीं, पशु चारा भी बर्बाद हो गया।

    फसल क्षति की भेजी गई रिपोर्ट

    प्रखंड कृषि पदाधिकारी रत्नेश्वर सिंह ने बताया कि राघोपुर प्रखंड के करीब 5,362 हेक्टेयर फसल प्रभावित होने की रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है। उन्होंने कहा कि धान, मक्का, अरहर, पशु चारा, सब्जी, मसाला, फूल, केला की 5,362 हेक्टेयर फसल क्षति की रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है।

    उन्होंने कहा कि सभी कोऑर्डिनेटर एवं किसान सलाहकार को क्षेत्र में फसल क्षति का आकलन करने का निर्देश भी दिया गया है। सरकार के आदेश के अनुसार किसानों को इसकी सूचना दी जाएगी।

    राघोपुर प्रखंड को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर पीड़ितों को मुआवजा दे सरकार

    भाजपा नेता गौतम सिंह, बीस सूत्री अध्यक्ष धनंजय सिंह, राजद तकनीकी प्रकोष्ठ अध्यक्ष राजाराम राय, जाप के पूर्व अध्यक्ष रवि यादव आदि ने कहा कि प्रखंड में मक्का, जनेरा, धान, केला आदि की व्यापक बर्बादी हुई है। सरकार को अविलंब किसानों के लिए मुआवजे की व्यवस्था करनी चाहिए।

    उन्होंने कहा कि राघोपुर प्रखंड में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल, सब्जी, पशु चारा बर्बाद हो गया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा फसल क्षति का आकलन कर सरकार किसानों को तुरंत मुआवजा दे।

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