Vaishali News: पिता ने ही बेच दी अपनी संतान, सामने आई चौंकाने वाली वजह; 6 गिरफ्तार
हाजीपुर के जौहरी बाजार स्थित न्यू बुद्ध पापुलर इमरजेंसी हॉस्पिटल से लगभग सात महीने पहले चोरी हुए नवजात को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में बच्चे के पिता सहित आधे दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें बच्चे को बेचने और खरीदने वाले दोनों शामिल हैं। पुलिस गिरफ्तार लोगों से पूछताछ कर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है।

जागरण संवाददाता, हाजीपुर। स्थानीय नगर थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर लगभग सात महीने पहले जौहरी बाजार स्थित न्यू बुद्ध पापुलर इमरजेंसी हॉस्पिटल से नवजात चोरी के मामले में नवजात के पिता सहित आधे दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर बच्चे की सकुशल बरामदगी की है।
बरामद बच्चे को थाने पर लाकर पुलिस आवश्यक कार्रवाई में जुटी है। वहीं, गिरफ्तार लोगों से पुलिस गहन पूछताछ के बाद प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने में जुटी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार नवजात के पिता महुआ थाना क्षेत्र के कन्हौली मानपुरा निवासी नवल किशोर राय के पुत्र राजेश कुमार, लालगंज थाने के मलंग चौक दिलावलपुर निवासी अरुण कुमार, गोरौल थाने के सदोपुर निवासी कमल चौधरी के पुत्र रमेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, पीरापुर निवासी योगेंद्र सिंह के पुत्र जयप्रकाश कुमार, सारण जिले के दरियापुर थाने के टरवा मंगरपाल निवासी जयंत सिंह के पुत्र जितेंद्र कुमार और हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र का निवासी पारसनाथ सिंह के पुत्र अविनाश कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि नवजात के पिता ने अपने बच्चे को 50 हजार रुपये में गोरौल निवासी रमेश कुमार के हाथों बेच दिया था। रमेश कुमार को एक बेटी थी, वह एक बच्चा खरीदना चाहता था। जबकि राजेश कुमार को पहले से चार बच्चा था। इसके बाद उसने अपने नवजात बच्चे को 50 हजार रुपये में बेच दिया।
इस मामले में बच्चे की मां ने हाजीपुर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने नवजात के पिता, बच्चा खरीदने वाले और इस अवैध कार्य में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
हाजीपुर में जौहरी बाजार के एक नर्सिंग होम से हुई थी बच्चा चोरी
मालूम हो कि महुआ थाना क्षेत्र के मानपुरा निवासी राजेश कुमार की पत्नी गोलू कुमारी हाजीपुर में जौहरी बाजार स्थित एक निजी अस्पताल से अपने नवजात बच्चे की चोरी होने की प्राथमिकी कराई थी।
प्राथमिकी में महिला ने बताया था कि 10 सितंबर 2024 को वह न्यू बुद्धा अपोलो इमरजेंसी हॉस्पिटल जौहरी बाजार हाजीपुर में आशा कार्यकर्ता मीनू देवी, पति स्वर्गीय विनय कुमार, ग्राम पहाड़पुर, थाना महुआ, जिला वैशाली के कहने पर भर्ती हुई थी।
जहां उसे एक पुत्र का जन्म हुआ। पुत्र के पैदा होने के बाद वहां पर मौजूद डॉ. चिंटू उर्फ आदित्य राज, पिता गरीबन सिंह, ग्राम बैजलपुर, थाना सोनपुर, जिला सारण ने कहा कि बच्चे की हालत नाजुक है।
उसे बच्चा केयर सेंटर में रखना है और वह बिना मेरी सहमति के अपनी गाड़ी में मेरे नवजात बच्चे को लेकर कहीं चले गए। वह बाद में पूछने पर बताया कि बच्चा नहीं बच सका, वह मर गया है। उन्होंने महिला को बच्चा नहीं दिया।
बच्चा मांगने पर डिस्पोज कर देने की दी गई थी जानकारी
महिला का आरोप था कि बच्चा मांगे जाने पर कहा कि बच्चे को डिस्पोज कर दिए हैं। लेकिन वह और उनके स्वजन दबाव बनाने लगे तो गाली-गलौज करते हुए धमकी देते हुए वहां से भगा दिया। इसके साथ ही महिला के भर्ती और इलाज संबंधी कागजात मांगे जाने पर नहीं दिया गया गया।
महिला का कहना था कि बाद में उन्हें पता चला कि उसका बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था। उसे आशा कार्यकर्ता मीनू देवी की सहमति से नवजात शिशु को संजीत कुमार रजक, पिता सत्य नारायण रजक, ग्राम मनपुरा, थाना महुआ के हाथों बेच दिया गया है।
जिसमें रंजीत के चचेरे भाई नितेश कुमार उर्फ लालू कुमार, पिता महेश रजक ने बिचौलिया का काम किया है। वह नवजात शिशु रंजीत कुमार रजक के फुफा के पास रखा हुआ है।
महिला ने की थी डीएनए टेस्ट कराने की मांग
महिला ने उसे बरामद करने और सत्यता जांच के लिए डीएनए टेस्ट कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि मीनू देवी, डॉ. चिंटू उर्फ आदित्य राज, रंजीत कुमार रजक, नितेश कुमार रजक उर्फ लालू कुमार, रंजू देवी, सतिया देवी आदि ने मिलकर साजिश के तहत नवजात बच्चे की हाजत नाजुक बताकर उसे अपहरण कर कहीं ले गए।
उन्होंने रंजीत रजक के हाथों मोटी रकम लेकर बच्चे को बेच दिया है। इसके बाद पुलिस ने अस्पताल से नवजात चोरी के मामले में उसके पिता सहित आधे दर्जन लोगों को गिरफ्तार करते हुए नवजात को बरामद कर लिया है।

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