जागरण संवाददाता, हाजीपुर :
हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के कचहरी रोड से सोमवार की दोपहर दर्जनों की संख्या में रहे महिला-पुरुषों ने चाइल्डलाइन की अभिरक्षा से एक किशोरी को जबरन छुड़ा लिया। सूचना पर पहुंची पुलिस एवं चाइल्डलाइन के सदस्यों के साथ सभी ने धक्का-मुक्की एवं अभद्र व्यवहार भी किया। इस दौरान कुछ अधिवक्ताओं ने भी हंगामा मचा रहे महिला एवं पुरुषों का साथ दिया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में रेलवे चाइल्डलाइन के केंद्र समन्वयक शालिनी कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए नगर थाना को एक आवेदन दिया है। नगर थाना की पुलिस टीम मामले की जांच में जुट गई है। रेलवे चाइल्डलाइन की ओर से इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी पत्र के माध्यम से वैशाली की डीएम, पुलिस कप्तान, जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष एवं सभी सदस्यों के साथ ही सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई को भी दी गई है।
नगर थाना को दिए गए आवेदन में कहा गया है कि 20 मार्च को कैमूर जिला के एक किशोरी को हाजीपुर रेलवे स्टेशन से जीआरपी ने बरामद कर रेलवे चाइल्डलाइन को सौंपा था। किशोरी ने अपने माता-पिता पर शारीरिक हिसा करने का आरोप लगाते हुए यहां भाग कर आने की बात बताई थी तथा वह अपने घर नहीं जाना चाहती थी। किशोरी के डर को देखते हुए उसे बाल कल्याण समिति ने तत्काल बालिका गृह छपरा भेजने का निर्णय लिया गया था ताकि कुछ दिनों बाद उसके माता-पिता का काउंसलिग कर उसे सौंपा जा सके।
इसी बीच बाल कल्याण समिति में ही किशोरी की मां एवं पिता 20-25 अराजक तत्व व कुछ अधिवक्ता के साथ घुस गए तथा जबरन किशोरी को ले जाने का प्रयास करने लगे। इसके बाद बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रीति शर्मा ने पुलिस बल को बुलाकर उसके बाद किशोरी को छपरा बालिका गृह ले जाने के लिए पत्र रेलवे चाइल्डलाइन को सौंपा। इसके बाद किशोरी को ले जाने के लिए पुलिस संरक्षण में वाहन पर टीम के साथ बैठाया गया। इसके बाद सभी ने वाहन को घेर लिया और चाइल्डलाइन के टीम एवं पुलिस के साथ सभी अभद्र व्यवहार करते हुए मारपीट कर उक्त किशोरी को जबरन छुड़ा कर ले गए। किशोरी अपने माता-पिता के साथ जाना नहीं चाहती थी। इस मामले में किशोरी के माता-पिता एवं अन्य पर उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।