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    VB-G RAM G योजना में अब मिलेगी 125 दिन रोजगार की गारंटी, पंचायत ऑफिस में करना होगा आवेदन

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 03:22 PM (IST)

    सरायगढ़ में ग्राम सभा का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा योजना का नाम बदलकर वीबीजीरामजी करने की जानकारी देना था। मुखिय ...और पढ़ें

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    संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल)। सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड अंतर्गत भपटियाही पंचायत भवन के प्रांगण में शुक्रवार को ग्राम सभा का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा मनरेगा योजना के नाम में किए गए परिवर्तन तथा उसके नए स्वरूप के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी देना था। बैठक की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया विजय कुमार यादव ने की।

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    ग्राम सभा में रोजगार सेवक देवेंद्र कुमार, कार्यपालक सहायक मनीता कुमारी, विकास मित्र मंजू कुमारी, उप मुखिया ललिता देवी, वार्ड सदस्य बेगम कविता कुमारी, ललिता कुमारी, नंदलाल मंडल, रामू मुखिया, संजय कुमार मेहता, आशा देवी, चंदन मोदी, सुनीता देवी, स्वच्छता पर्यवेक्षक अनिल कुमार के अलावा पंचायत सचिव एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

    बैठक को संबोधित करते हुए मुखिया विजय कुमार यादव ने बताया कि केंद्र सरकार ने मनरेगा योजना का नाम बदलकर वीबीजीरामजी कर दिया है, जिसे विस्तार से विकसित भारत गारंटी रोजगार और आजीविका मिशन ग्रामीण कहा जाएगा।

    उन्होंने कहा कि आने वाले वित्तीय वर्ष से सभी कार्य इसी नए नाम और दिशा-निर्देश के तहत किए जाएंगे। ग्राम सभा का मुख्य उद्देश्य यही है कि पंचायत के हर नागरिक को इस बदलाव की जानकारी समय रहते मिल सके।

    मुखिया ने बताया कि पहले मनरेगा के तहत ग्रामीणों को 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी जाती थी, जिसे अब सरकार ने बढ़ाकर 125 दिन कर दिया है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और मजदूरों को अधिक दिनों तक काम मिल सकेगा।

    उन्होंने कहा कि पंचायत क्षेत्र के जो भी लोग रोजगार करना चाहते हैं, वे पंचायत कार्यालय में आवेदन देकर योजना के अंतर्गत कार्य प्राप्त कर सकते हैं। निर्धारित अवधि के अनुसार काम करने पर उन्हें सरकार द्वारा तय मजदूरी सीधे खाते में दी जाएगी।

    सरकार का लक्ष्य ग्रामीणों को उनके गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराना है, ताकि पलायन पर रोक लग सके। सड़क, नाली, जल संरक्षण, तालाब निर्माण, स्वच्छता, पौधारोपण जैसे कई जनहितकारी कार्य इस योजना के तहत कराए जाएंगे, जिससे गांव का समग्र विकास भी होगा और लोगों को आजीविका का साधन भी मिलेगा।

    ग्राम सभा में उपस्थित पदाधिकारियों ने भी योजना के विभिन्न प्रविधानों, आवेदन प्रक्रिया, मजदूरी भुगतान और कार्य चयन से जुड़ी जानकारियां साझा कीं। ग्रामीणों को यह भी बताया गया कि योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कार्यों की निगरानी की व्यवस्था मजबूत की गई है।

    बैठक के अंत में ग्रामीणों ने योजना को लेकर अपने सवाल रखे, जिनका समाधान पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा किया गया। ग्राम सभा के माध्यम से लोगों में नई योजना को लेकर जागरूकता फैलाने का प्रयास सफल रहा। पंचायत प्रतिनिधियों ने अपील की कि अधिक से अधिक लोग योजना से जुड़कर इसका लाभ उठाएं और गांव के विकास में भागीदार बनें।