हे रे कन्हैया, किसको कहेगा तू मैया... एक हिंदू तो दूसरी मुस्लिम मां जता रहीं हक
एक ने तुझको जन्म दिया और एक ने तुझको पाला...हे रे कन्हैया किसको कहेगा तू मैया। रिंकु और दिलशाद का मामला पहुंचा थाना। सबूत व दस्तावेज देख पुलिस भी पसोपेश में...
सुपौल [भरत कुमार झा] 'एक ने तुझको जन्म दिया और एक ने तुझको पाला...हे रे कन्हैया, किसको कहेगा तू मैया।' सुपौल में 25 वर्षीय युवक पर अपना-अपना हक जमा रहीं दो मांओं की कुछ ऐसी ही स्थिति ने पुलिस-प्रशासन को भी असमंजस में डाल रखा है। एक का दावा है कि रिंकु को उसने जन्म दिया है। दूसरी मां भी उसे अपना बेटा दिलशाद बताते हुए 11 वर्ष बाद उसके मिलने की बात कह रही है। एक के पास उसकी हालिया तस्वीर, आधार और बैंक खाता जैसा कई दस्तावेज हैं, तो दूसरी मां के पास भी कई दस्तावेज मौजूद हैं।
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युवक को तिलकेश्वर यादव की पत्नी अपना इकलौता वारिस रिंकु को बता रही है, तो मु. मिन्नत की पत्नी उसे दिलशाद बताती हैं। दोनों के तर्क और सबूत पुलिस के लिए मुसीबत बन गए हैं। पुलिस इसे स्पष्ट करने के लिए डीएनए जांच की बात कह रही है।
रक्षाबंधन के दिन लापता हुआ है रिंकु
रिंकु के बिछडऩे की कहानी और दो मांओं का दावा भी काफी दिलचस्प है। दरअसल तिलकेश्वर यादव का बेटा रिंकु कुछ दिनों से गायब है, जिसे दिलशाद बताकर एक मुस्लिम मां उस पर अपना अधिकार जमा रही हैं। तिलकेश्वर यादव की पत्नी बताती हैं कि पहले उनका परिवार दिल्ली में रहता था। रक्षाबंधन में परिवार सुपौल जिले के गढ़बरुआरी स्थित अपने पैतृक गांव पहुंचा था। इसी साल 17 अगस्त को राखी बंधवाने के बाद रिंकु अपनी बहन को छोडऩे बगल के गांव एकमा गया और अचानक लापता हो गया।
मामला पहुंचा थाना, पुलिस भी पसोपेश में
परिजन के काफी ढूंढने के बाद पता चला कि उनका बेटा पड़ोस गांव के रहने वाले सोल्हनी निवासी एक मुस्लिम परिवार के घर में देखा गया। वहां से मु. मिन्न्त की पत्नी उसे अपना बेटा दिलशाद बताकर अपने मायके ठाढ़ी भवानीपुर ले गईं। वहां पहुंचने पर उनलोगों ने लड़के को लौटाने से इनकार कर दिया। इसे लेकर परिजन ने सदर थाना पुलिस से गुहार लगाई। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस भी पसोपेश में है।
दिल्ली से दिलशाद हुआ है लापता
उधर, मु. मिन्नत की पत्नी बता रही हैं कि 14 साल पहले उनका 11 साल का लड़का दिल्ली में दरियागंज से लापता हो गया था। दिल्ली में उसकी गुमशुदगी का मामला भी दर्ज कराया गया था। अब वह रिंकु को दिलशाद बताकर अपने बेटे के लौट आने की बात कह रही हैं। रिंकु भी अब दिलशाद बनकर पूरी तरह मुस्लिम रीतिरिवाजों में रमा हुआ दिख रहा है। तिलकेश्वर यादव के पास रिंकु के कई पुराने दस्तावेज हैं। हाल के दिनों की उसकी दोस्तों के साथ की तस्वीर भी है। उसके दोस्त दावा करते हैं कि उसके दोस्त को जबरन दिलशाद बताया जा रहा है।
कहते हैं पुलिस अधिकारी
सुपौल पुलिस उपाधीक्षक विद्यासागर का कहना है कि दोनों परिवार वाले उसे अपना बता रहे हैं। एक परिवार उसके बचपन का फोटो दिखा रहा है, जबकि दूसरा आधार कार्ड, बैक अकाउंट समेत स्कूल के कागजात दिखा रहा है। अब पुलिस डीएनए जांच का मन बना रही है।
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