सड़क-पुल से वंचित शिवनगर टोलावासी, मतदान करने के लिए तय करनी होगी 5 किलोमीटर की दूरी
शिवनगर टोला के निवासियों को सड़क और पुल के अभाव में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मतदान के दिन उन्हें 5 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी। ग्रामीणों में विकास की कमी से नाराजगी है, क्योंकि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया है। सड़क और पुल की समस्या के कारण चुनाव में उनकी भागीदारी प्रभावित हो सकती है।
-1761394191775.webp)
वोट देने के लिए नेपाली टोलावासियों को तय करनी होगी पांच किलोमीटर की दूरी। फोटो जागरण
संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल)। प्रखंड की लतौना दक्षिण पंचायत के शिवनगर नेपाली टोला वासी कई दशकों से सड़क और पुल जैसी बुनियादी जरूरतों से वंचित हैं। इस बार फिर यह टोला लोकतंत्र के महापर्व में हाशिए पर दिख रहा है।
यहां की बड़ी आबादी को एक अदद पक्की सड़क और चिलौनी नदी पर पुल नहीं रहने के कारण अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी।
अगर इस टोले को जोड़ने वाली सड़क होती और नदी पर पुल बना होता, तो लोग सिर्फ एक किलोमीटर चलकर आराम से उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिवनगर मतदान केंद्र तक पहुंच सकते थे।
फिलहाल, नदी में पानी अत्यधिक है। मौजूदा हालात में उन्हें खेत-खलिहानों वाले रास्तों के बाद सड़क पर पहुंचकर करीब 5 किलोमीटर लंबा सफर तय करना पड़ेगा। ऐसे में बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों के लिए मतदान केंद्र तक पहुंचना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
टोलावासी ज्ञानदेव साह, बिरेंद्र साह, उमेश साह, अनिल सिंह, ललन सिंह, राजू राई, सैंडी राई, इंद्रदेव सिंह, तारनी साह आदि ने बताया कि चुनाव आते ही वादे होते हैं, लेकिन दशकों से ना सड़क बनी, ना पुल, और ना ही अस्थाई व्यवस्था की जाती है। ऐसे टोला वासियों की नजर प्रशासन पर टिकी हुई है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या इन्हें नाव या अन्य वैकल्पिक साधन उपलब्ध कराए जाएंगे। क्या विशेष परिवहन व्यवस्था की जाएगी या फिर ये मतदाता एक बार फिर सिस्टम की चूक का शिकार बनकर मतदान से वंचित रह जाएंगे, जबकि मतदाताओं अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए उत्सुक है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।