Supaul News: ओवरटेक के चक्कर में 12 चक्के के दो ट्रकों की भीषण टक्कर, हाईवे के नीचे गिरा; मची चीख-पुकार
Supaul News सुपौल में नेशनल हाईवे पर एक भीषण दुर्घटना हुई जिसमें नगालैंड से दिल्ली जा रहा एक ट्रक पलट गया। दुर्घटना का कारण पीछे से आ रहे दूसरे ट्रक के चालक द्वारा ओवरटेक करने के चक्कर में टक्कर मारना बताया गया है। चालक बाल-बाल बच गया लेकिन ट्रक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

संवाद सूत्र, जागरण, सरायगढ़ (सुपौल)। Supaul News: नेशनल हाईवे पर गुरुवार को नगालैंड से दिल्ली जा रहे एक ट्रक को पीछे से आ रहे दूसरे ट्रक के चालक ने ओवरटेक करने के चक्कर में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही 12 चक्के का ट्रक हाईवे से नीचे पलट गया और उसमें चालक बाल-बाल बच गया।
प्लाई से लदा था ट्रक
ट्रक नागालैंड से दिल्ली के लिए जा रहा था और उसपर प्लाई लदा हुआ है। दुर्घटना की खबर मिलते ही भपटियाही पुलिस स्थल पर पहुंची और चालक से पूछताछ की। चालक ने बताया कि वह नगालैंड से आ रहा है और पिपराखुर्द गांव के पास पहुंचने पर पीछे से एक ट्रक ओवरटेक करते हुए टक्कर मार दी जिसके चलते ट्रक पलट गया।
ट्रक में फंस गया था चालक
चालक ने कहा कि वह ट्रक में ही फंसा हुआ था जिसे लोगों ने काफी प्रयास कर बाहर किया और उसकी जान बच सकी। चालक ने कहा कि ठोकर मारने के बाद दूसरी गाड़ी का चालक अपनी गाड़ी लेकर भाग गया।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि पीछे का ट्रक आगे के ट्रक को जोरदार टक्कर मार दिया जिसके चलते दुर्घटना घटी है। लोगों का कहना था कि चालक बाल-बाल बच गया। समाचार भेजने तक ट्रक हाइवे के बगल में ही गिरा पड़ा था। आपको बता दें कि नेशनल हाइवे पर चालकों की मनमानी के चलते कई बार दुर्घटना हो रही है।
सुपौल के रसुआर में 580 बोतल नेपाली शराब बरामद
वहीं एक अन्य घटना में सुपौल थाना पुलिस ने रसुआर गांव से 580 बोतल नेपाली देसी शराब बरामद किया है। थानाध्यक्ष राजू कुमार ने बताया कि रसुआर वार्ड नंबर 3 सुरक्षा बांध के समीप झाड़ी में छिपा कर 05 बोरा नेपाली देसी शराब 580 बोतल कुल मात्रा 174 लीटर बरामद की गई। बताया अज्ञात के विरुद्ध कांड संख्या 110/24 दर्ज किया गया है।
मालूम हो कि शराब के कद्रदानों की प्यास बुझाने के लिए शराब के तस्कर सक्रिय हैं। नेपाल से चोरी-छिपे शराब की खेप मंगा कर दोगुनी एवं तिगुनी दामों में बेची जाती है। शराबबंदी लागू होने की वजह से तस्करों के लिए शराब मुनाफे का कारोबार बन चुकी है। हालांकि शराबबंदी के बाद से शराब जब्त करने का सिलसिला भी जारी है।
शराब तस्करों एवं चोरी-छिपे शराब बेचने वालों से निबटने के लिए पुलिस पूरी चाक-चौबंद व्यवस्था के दावे भी करती है लेकिन तस्कर तमाम चौकसी को धता बता धड़ल्ले से अपने धंधे को अंजाम तक पहुंचा रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि गांव-गांव में शराब डिलेवरी करने वाले सक्रिय हैं। लोग यह भी कहते हैं कि आखिर पुलिस की इतनी सक्रियता दिखाने के बावजूद शराब बिक कैसे रही है।
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