सिवान में दूसरी बार जिप अध्यक्ष बनीं संगीता यादव
सिवान। एनडीए समर्थित उम्मीदवार व जदयू की महासचिव संगीता यादव लगातार दूसरी बार जिला परिषद की अध्यक्ष निर्वाचित हुईं हैं। सोमवार को समाहरणालय में जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय की उपस्थिति में संपन्न हुए जिप अध्यक्ष के चुनाव में संगीता यादव ने अपने निकटतम व एकमात्र प्रतिद्वंदी रही महागठबंधन समर्थित आशा देवी को पराजित कर जिला बोर्ड की प्रतिष्ठित कुर्सी पर कब्जा जमा लिया।

सिवान। एनडीए समर्थित उम्मीदवार व जदयू की महासचिव संगीता यादव लगातार दूसरी बार जिला परिषद की अध्यक्ष निर्वाचित हुईं हैं। सोमवार को समाहरणालय में जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय की उपस्थिति में संपन्न हुए जिप अध्यक्ष के चुनाव में संगीता यादव ने अपने निकटतम व एकमात्र प्रतिद्वंदी रही महागठबंधन समर्थित आशा देवी को पराजित कर जिला बोर्ड की प्रतिष्ठित कुर्सी पर कब्जा जमा लिया। वहीं दूसरी ओर चांद तारा खातून ने उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया। जीत के बाद प्रमाण पत्र के साथ बाहर निकलने पर संगीता यादव ने कहाकि कि इसी जीत के पीछे एमवाई समीकरण की अहम भूमिका है। इनके द्वारा एमवाई समीकरण के कारण ही महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। इसके पूर्व अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद डीएम अमित कुमार पांडेय ने अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को प्रमाण पत्र देकर पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। साथ ही मत विभाजन के पूर्व सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों को नशा मुक्ति का भी शपथ दिलाई गई। मौके पर आब्जर्वर के रूप में छपरा सारण के एडीएम गगन कुमार एवं जिला पंचायत राज पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी अनिल कुमार राय भी मौजूद थे।
41 सदस्यों ने मतदान में लिया भाग
जिला परिषद के अध्यक्ष पद हेतु संगीता यादव व आशा देवी द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किया गया। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए चांद तारा खातून, महागठबंधन समर्थित छोटेलाल यादव व निवर्तमान उपाध्यक्ष ब्रजेश सिंह ने नामांकन पर्चा दाखिल किया। पहले चरण में अध्यक्ष पद के लिए जिला परिषद के 41 सदस्यों के द्वारा गुप्त मतदान कराया गया। इसमें संगीता यादव को 22 व आशा देवी को 17 मत प्राप्त हुए। वहीं दो सदस्यों का मत बोगस हो गया। जबकि उपाध्यक्ष पद की उम्मीदवार चांद तारा खातून को 20 मत, छोटेलाल को 9 व निवर्तमान उपाध्यक्ष को 11 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार कुल 40 मत उम्मीदवारों को मिले, जबकि एक मत अविधिमान्य घोषित किया गया। इसप्रकार संगीता यादव ने अध्यक्ष व चांद तारा खातून ने उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया।
लगातार दो बार जिप अध्यक्ष बनने का बनाया रिकॉर्ड
गौरतलब हो कि संगीता यादव पिछली बार भी जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं। संगीता यादव की जिले की राजनीति में लोकप्रियता पहले से ही जगजाहिर है। यही वजह है कि जिला परिषद के परिणाम आने के बाद ही उन्हें लोग भावी चेयरमैन के रूप में चर्चा करने लगे थे। शुरुआती दौर से ही शुरू हुई गोलबंदी में संगीता यादव का पलड़ा पहले से ही भारी रहा और वह आखिर तक बरकरार रह गया।
बैरिकेडिग लगाकर मार्ग अवरुद्ध करने पर भड़के अधिवक्ता :
जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव को लेकर समाहरणालय परिसर के दक्षिणी गेट व पूर्वी गेट पर बैरिकेडिग लगाकर मार्ग अवरुद्ध किए जाने व प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मियों द्वारा आने-जाने पर रोकने को लेकर एक दर्जन से अधिक अधिवक्ता उग्र हो गए। इस दौरान अधिवक्ताओं ने जिला प्रशासन के विरुद्ध जमकर अपनी भड़ास निकाली। उग्र अधिवक्ताओं का कहना था कि कोर्ट में आने-जाने से रोक कर उनके कार्य को बाधित किया जा रहा है। उन्होंने जमकर प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी भी की।
राजद खेमे में आपसी गुटबाजी से संगीता को मिला फायदा :
राजद खेमे में आपसी गुटबाजी ने संगीता यादव के अध्यक्ष बनने की राह आसान बना दी। सूत्रों की मानें तो राजद का कोई भी बड़ा नेता अपनी पार्टी समर्थित किसी उम्मीदवार को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा था। शायद इसी वजह से नए पार्टी नेता आशा देवी को अध्यक्ष बनाने को लेकर कोई गंभीर भी नहीं था।
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