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    APAAR Card: 34 स्कूलों के हेड मास्टरों पर एक्शन, 24 घंटे के अंदर मांगा गया जवाब; एक गलती पड़ी भारी

    बिहार के दारौंदा के 34 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों की मुश्किल बढ़ गई हैं। 25 फीसदी से कम अपार कार्ड बनाने वाले प्रधानाध्यापकों से शिक्षा विभाग ने स्पष्टीकरण मांगा है। अगर 24 घंटे के अंदर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो प्रधानाध्यापकों पर विभागीय कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारियों को सूचना दी जाएगी। इसके साथ ही शत-प्रतिशत अपार कार्ड बनाने में तेजी लाने के भी निर्देश दिए गए हैं।

    By Prasan Kumar (Daraunda) Edited By: Divya Agnihotri Updated: Sat, 04 Jan 2025 03:16 PM (IST)
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    25 प्रतिशत से कम अपार कार्ड बनाने वाले प्रधानाध्यापकों से मांगा गया स्पष्टीकरण

    जागरण संवाददाता, दारौंदा (सिवान)। APAAR Card: प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने 25 प्रतिशत से कम अपार कार्ड बनाने पर संबंधित प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा है।इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चंद्रभान सिंह ने बताया कि 34 विद्यालयों का अपार कार्ड 25 प्रतिशत से कम बना है।

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    उन विद्यालय के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है तथा शत-प्रतिशत अपार कार्ड बनाने में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।

    चंद्रभान सिंह ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय धनौता, प्राथमिक विद्यालय गरौली, प्राथमिक विद्यालय चिंतामनपुर, प्राथमिक विद्यालय मुड़ा रामा छपरा, प्राथमिक विद्यालय मछौती, प्राथमिक विद्यालय बलुआ, नया प्राथमिक विद्यालय कुंहार टोला रामगढ़ा, नया प्राथमिक विद्यालय धोबी टोला मड़सरा, नया प्राथमिक विद्यालय भर के मठिया, नया प्राथमिक विद्यालय भूसी, नया प्राथमिक विद्यालय डहकनी, मध्य विद्यालय भीखाबांध, नया प्राथमिक विद्यालय बेला समेत 34 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

    इन सभी प्रधानाध्यापक को 24 घंटे में संतोषजनक जवाब देना होगा। स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं होने की स्थिति में विभागीय कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारियों को सूचना दी जाएगी।

    विदित हो कि अपार यानी स्वचालित स्थायी शैक्षणिक रजिस्ट्री (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक रजिस्ट्री) आधार कार्ड की तरह 12 अंकों होगा। यह एक तरह का डिजिटल आइडी कार्ड है जो बचपन से लेकर पढ़ाई खत्म होने तक एक ही रहेगा।

    इसमें शैक्षिक रिकॉर्ड, शैक्षिक उपलब्धियों और शिक्षा संबंधित अन्य सारी जानकारी ऑनलाइन रहेंगी।

    बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने जिला, प्रखंड, संकुल और विद्यालय स्तर पर बच्चों का अपार कार्ड बनाने का अभियान को तेज करने का दिशा-निर्देश दिया हैं।

    क्या है अपार आईडी कार्ड?

    APAAR, ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री का संक्षिप्त रूप है, जिसे विशेष रूप से छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है। यह आधार कार्ड की ही तरह होता है, जिसमें छात्र की 12 अंकों की यूनिक आईडी मेंशन होगी। अपार आईडी कार्ड प्राथमिक से लेकर हायर एजुकेशन तक सभी छात्र-छात्राओं के लिए बनाया जाएगा।

    अपार आईडी कार्ड में होगी ये जानकारियां

    • अपार आईडी कार्ड में छात्र का नाम, पता, पैरेंट्स का नाम, फोटो होगी। इसके साथ ही एकेडिमक से लेकर स्पोर्ट्स तक की भी हर छोटी बड़ी डिटेल होगी।
    • इसमें मार्कशीट, कैरेक्टर सर्टिफिकेट, स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट सहित अन्य दस्तावेज भी मौजूद होंगे।
    • इन सबके अलावा अगर कोई छात्र एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिवटीज, ओलिंपियाड या किसी भी खेल में नेशनल या इंटरनेशनल लेवल पर खेलता है तो उसकी भी जानकारी इसमें मौजूद होगी।
    • आसान शब्दों में कहें तो ये छात्रों के एकेडिमक से लेकर स्पोर्ट्स तक का पूरा लेखा-जोखा होगा।

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