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Bihar News: खुशखबरी! मां जानकी के भव्य मंदिर के निर्माण की जल्द होगी घोषणा, PM Modi कर सकते हैं भूमि पूजन

रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीश्री 1008 परमहंस स्वामी सांदीपेंद्र जी महाराज ने कहा है कि मां सीताजी के प्राकट्य क्षेत्र सीतामढ़ी में मां सीताजी की भव्य प्रतिमा एवं उन्हें भवगती के रूप में स्थापित करने के लिए काउंसिल को 30 एकड़ भूमि उपलब्ध हो गई है। साथ ही 25 एकड़ भूमि को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है।

By Mukesh Kumar Edited By: Mohit Tripathi Published: Sat, 23 Mar 2024 04:00 AM (IST)Updated: Sat, 23 Mar 2024 04:10 AM (IST)
प्रस्तावित भव्य मंदिर का कुछ ऐसा होगा स्वरूप।

संवाद सहयोगी, सीतामढ़ी। रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी सांदीपेंद्र जी महाराज ने कहा  कि कुछ ही दिनों में यह प्रक्रिया पूरी होते ही वह स्वयं सीतामढ़ी आकर मंदिर निर्माण कार्य के स्थान, कार्य के चरण एवं प्रारूप की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस विषय पर भेंट करेंगे और सीतामढ़ी में उक्त स्थल के भूमि-पूजन हेतु प्रस्ताव भी रखेंगे।

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मध्य प्रदेश में नलखेड़ा स्थित मां बगलामुखी सिद्धपीठ प्रांगण के संत व काउंसिल के अध्यक्ष ने कहा कि वह लंबे समय से सीतामढ़ी में मां सीताजी की 251 फीट ऊंची प्रतिमा तथा संबंधित क्षेत्र को तीर्थ, पर्यटन एवं शक्ति के रूप में स्थापित करने को लेकर पहल कर रहे थे।

इस निमित्त भूमि की उपलब्धता एक बड़ा विषय था, जिस पर लगातार पहल के बाद काउंसिल को सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने जोर देकर बताया कि वह शुरू से मां सीताजी को भगवती के रूप में स्थापित करना चाहते थे, इसलिए काउंसिल के अंतर्गत श्रीभगवती सीता तीर्थ क्षेत्र समिति गठित की गई जो इसका निर्माण कार्य देखेगी।

काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वर्ष 2018 में जब उन्होंने सीतामढ़ी में काउंसिल के तत्वावधान में इस प्रयास की शुरूआत की थी, तब मां सीताजी को लेकर बस बातें ही होती थीं, आज काउंसिल की लगातार पहल के बाद कई संस्थाएं जागृत हुई हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग काउंसिल से ही प्रेरित होकर मां सीताजी को भगवती के रूप में स्थापित करने की सलाह भी दे रहे हैं, जो स्वागत-योग्य है और यह काउंसिल की सतत जागरूकता का ही परिणाम है।

आपको बता दें कि काउंसिल के ही पहल पर अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर निर्माण से जुड़े आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा भी सीतामढ़ी विजिट कर चुके हैं और विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार भी काउंसिल के प्रकल्प को हरसंभव सहयोग की घोषणा कर चुके हैं।

काउंसिल के कार्यालय से जानकारी दी गई कि संस्था ने कुछ दिनों पूर्व ही सभी समितियों एवं कमेटियों को भंग कर दिया था एवं काउंसिल के मुख्य मार्गदर्शक रहे श्री श्री 1008 परमहंस स्वामी सांदीपेंद्र जी महाराज को अपना नया अध्यक्ष चुना था।

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