Bihar News: इस समय तक बनकर तैयार हो जाएगा सीतामढ़ी का मेडिकल कॉलेज, अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैस; इतना है बजट
Medical College Sitamarhi सीतामढ़ी में मेडिकल कॉलेज का निर्माण चालू हो गया है। इसका निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है लेकिन राज्य सरकार ने वर्ष 2024 के जून में इस मेडिकल कालेज एवं अस्पताल का उद्घाटन करने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। इस मेडिकल कालेज के निर्माण पर 541 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रविधान किया गया है।

विनोद कुमार गिरि, सीतामढ़ी। स्वास्थ्य सुविधा को मजबूत करने के दृष्टिकोण से केन्द्र और राज्य सरकार हर जिले में एक-एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोलने की दिशा में काम कर रही है। इसका मकसद आमलोगों को जिला स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है।
अन्य जिलों की तरह सीतामढ़ी में भी मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति वर्ष 2019 में मिली। जमीन नहीं मिलने के कारण निर्धारित समय पर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का निर्माण कार्य शुरु नही हो सका। बाद में जिला मुख्यालय से सटे डुमरा प्रखंड के मुरादपुर में कृषि विभाग की 25 एकड़ जमीन इसके लिए अधिग्रहित की गई।
अक्टूबर 2020 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ। हालांकि कोरोना के कारण इसके निर्माण कार्य पर असर पड़ा। कोरोना से राहत मिलने के बाद इसके निर्माण कार्य में तेजी आयी।
अब भी इसका निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है, लेकिन राज्य सरकार ने वर्ष 2024 के जून में इस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का उद्घाटन करने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। उस समय तक निर्माण कार्य पूरा होना संभव नहीं दिख रहा है।
अभी भी बहुत सारे भवनों का कार्य फाउंडेशन लेबल पर ही है। जबकि कुछ भवनों का दूसरी और तीसरी मंजिल तक भी निर्माण कार्य पहुंच चुका है। यदि यही गति बरकरार रही तो अगले साल 2025 तक इसका निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
541 करोड़ की लागत से हो रहा है इसका निर्माण
इस मेडिकल कालेज के निर्माण पर 541 करोड़ रुपये खर्च करने का प्रविधान किया गया है। हालांकि इसमें इजाफा हो सकता है। शापुरजी एंड पोलमजी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से इसका निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
पांच सौ बेड क्षमता का बन रहे इस अस्पताल में एकेडमिक इंट्री और एक्जिट प्वाइंट, ओपीडी ब्लाक, वार्ड ब्लाक, ऑक्सीजन प्लांट और एमजीपीएस के लिए कमरा निर्माण कराया जा रहा है।
वहीं, एकेडमिक जोन में एकेडमिक ब्लाक, हास्टल के साथ नर्सिंग कालेज का निर्माण भी चल रहा है। जबकि आवासीय ब्लाक में डीन, सुपरिटेंडेंट, असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर व नन टीचिंग स्टाफ के लिए आवास बनाया जा रहा है।
हॉस्टल ब्लाक में बालकों के लिए 264 एवं लड़कियों के 228 क्षमता के छात्रावास का निर्माण चल रहा है। इन्टर्नशिप के 54 कमरे का निर्माण कराया जा रहा है। रेजिडेंट एकोमोडेशन, नर्सेज एकोमोडेशन, मेस ब्लाक, फ्यूचर एक्सपेंशन का भी निर्माण होना है।
अभियंत्रण सेवा में पंप रुम और यूजी टैंक, एसटीपी एंड इटीपी, आरडब्लूएच, ईएसएस, सेंट्रल वास्ट मेनेजमेंट के लिए भी भवन का निर्माण कराया जाना है। इसके अलावा अन्य भवनों का भी निर्माण होगा। इसमें अधिकांश बहुमंजिला भवन बनाया जाना है। अस्पताल के ओपीडी एवं इमरजेंसी का भी अलग-अलग इंट्रेंस होगा।
अन्य सुविधाएं की भी करनी होगी व्यवस्था
मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य यदि पूरा हो जाता है, तो उससे पहले ही इसके लिए अलग से विद्युत सबग्रिड का निर्माण कराना होगा। बीएसएनएल का टावर तो लगेगा ही, उसे आप्टिकल फाइवर से भी जोड़ा जाएगा। वाईफाई सुविधा से युक्त यह कालेज एवं अस्पताल होगा।
इसके साथ ही आक्सीजन प्लांट भी लगेगा। मेडिकल कालेज तक पहुंचने वाले दस किलोमीटर रेडियस के सभी सड़कों का चौड़ीकरण भी कराया जाएगा। जिससे किसी भी क्षेत्र से होकर मरीज आसानी से मेडिकल कालेज तक पहुंच सके।
मेडिकल कालेज के निर्माण से संबंधित जानकारी के लिए बीएमएसआईसीएल ही अधिग्रहित है। वैसे उन्हें जो लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है, उस समय तक निर्माण कार्य पूरा करने को लेकर हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।- संजीव मंडल, प्रोजेक्ट् मैनेजर, शाहपुरजी एंड पोलन जी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड।
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