शेखपुरा से पटना जाने वाली ट्रेनों में खचाखच भीड़, डिब्बे घटाए जाने से यात्रियों की बढ़ी परेशानी
दैनिक जागरण के 'ऑन द स्पॉट' अभियान में बरबीघा रेलवे स्टेशन और पटना जाने वाली ट्रेनों की स्थिति का निरीक्षण किया गया। नवादा, शेखपुरा, बरबीघा होकर पटना ...और पढ़ें

पटना जाने वाली रेलगाड़ी में भारी भीड़। फोटो जागरण
अरुण साथी, शेखपुरा। नवादा, शेखपुरा, बरबीघा होकर पटना जाने वाली सुपर फास्ट रेलगाड़ी में भारी भीड़ रहती है। साथ ही बरबीघा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का अभाव है। इसी शिकायत को लेकर दैनिक जागरण की टीम ने सोमवार को अपने साप्ताहिक अभियान आन द स्पाट में इसका निरीक्षण किया। इसके लिए बरबीघा से रेलयात्रा भी की।
स्थान : बरबीघा रेलवे स्टेशन
समय : 6: 35 सुबह
रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर कुछ लोग टिकट कटाने में लगे है। दो कर्मी टिकट कक्ष में है। वहीं रेल यात्रियों के विश्राम कक्ष में स्थानीय लोग बैठे हुए है। प्लेटफार्म पर बड़ी संख्या में यात्री रेलगाड़ी का इंतजार कर रहे है। कुछ स्थानीय लोग प्रातः भ्रमण पर भी आए हुए है। वहीं स्थानीय उमेश पटेल लोगों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि नवादा, पटना मार्ग में बरबीघा से यात्रियों की संख्या बहुत अधिक है। इसमें एक और रेलगाड़ी की अति आवश्यकता है। इसके लिए सांसद को आवेदन दिया गया है। अभी तक कुछ नहीं हुआ है। तभी एक स्थानीय पुलिस की जीप गाड़ी सीधा प्लेटफॉर्म पर चली आई। उसपर पुलिस कर्मी सवार थे। पुलिस के इस कदम की लोग आलोचना करने लगे।
रेलवे स्टेशन पर अभी हो रहा है निर्माण कार्य
नवादा, शेखपुरा, बरबीघा, पटना रेलवे मार्ग पर 1 अक्टूबर को तीव्र गति यात्री रेलगाड़ी का परिचालन नवादा सांसद विवेक ठाकुर की पहल से शुरू हुआ। स्थानीय लोगों में खुशी रही। वहीं रेलवे स्टेशन पर कई निर्माण का कार्य अभी आधा अधूरा ही है। रेलवे स्टेशन के मुख्य भवन पर चढ़ने की सीढ़ी के ऊपर शेड बनाया जा रहा।
वहीं प्लेटफार्म पर अभी यात्रियों के लिए शेड का निर्माण भी अभी किया जा रहा। ऊपरी पुल का निर्माण भी आधा अधूरा है। प्लेटफार्म का निर्माण भी आधा अधूरा ही है। बैठने की सुविधा, पानी पीने की सुविधा, शौचालय की सुविधा अभी नहीं है।
समय : 6:57 बजे
तीव्र गति यात्री रेलगाड़ी के आने की सूचना हुई। रेल गाड़ी के रुकते रुकते कई यात्री हड़बड़ी में रेल गाड़ी पर चढ़ गए। रेलगाड़ी के रुकते ही चढ़ने वाले यात्री ठेल ढकेल करने लगे। दरवाजे तक पहले से ही लोग भरे हुए थे। पैर रखने की जगह नहीं थी।
किसी तरह यात्री रेलगाड़ी में चढ़ सके। इसमें कई यात्रियों में झगड़े भी हुए। एक महिला यात्री अपने छोटे से बच्चे को बचाने के लिए यात्रियों से उलझ पड़ी। 'भाई साहब, छोटा बच्चा है, एक दम कुचलिये देभो की.!'
रेलगाड़ी खुल गई। डब्बे में खचाखच यात्री भरे हुए थे। यात्री एक दूसरे को ठेल धकेल करते हुए आगे बढ़ते रहे। डब्बे में बगल में खड़े शेखपुरा में टाइल्स मार्बल व्यवसाई संत दत्त शर्मा ने बताया कि इस मार्ग में एक और रेल गाड़ी की अति आवश्यकता है। जनता की मांग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। वहीं बगल के एक यात्री बोल पड़े,
'क्या नई रेलगाड़ी की बात करते है। भीड़ तो बहुत है पर टिकट कितने लोगों ने लिया है। ज्यादातर यात्री बेटिकट है। वह भी तक जबकि बरबीघा से पटना जंक्शन तक बस से जाने 200 रूपये खर्च होते है। इस रेलगाड़ी से मात्री 25 रुपए तब भी लोग टिकट नहीं लेते।'
वहीं, एक युवक ने बताया कि ऑनलाइन टिकट काटने की यूटीएस में व्यवस्था है पर उसमें बरबीघा रेलवे स्टेशन से टिकट नहीं दिखाता है। इससे लोगों को परेशानी होती है। वहीं सौरभ कुमार नामक यात्री ने बताया कि इस रेल गाड़ी में पहले 12 डब्बे थे, इसे घटा कर 8 कर दिया।
क्या कहते हैं अधिकारी?
इस स्टेशन से 150 से 200 यात्री की टिकट कटा रहे। अभी ठंड की वजह से इसमें कमी आई है। सोमवार को 3270 रूपये का टिकट कटा है। -सुबोध कुमार, स्टेशन प्रबंधक, बरबीघा

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।