पचना पहाड़ी बाबा मंदिर पर अस्तित्व संकट
शेखपुरा, जागरण प्रतिनिधि : धार्मिक व पुरातात्विक महत्व को समेटे करीब बारह सौ साल पुराने पचना पहाड़ पर विद्यमान पहाड़ी बाबा का अस्तित्व खतरे में पड़ता दिख रहा है। पहाड़ी बाबा के अस्तित्व पर यह खतरा पचना पहाड़ में कायस्थ टोला के समीप पत्थर के अंधाधुंध खनन से उत्पन्न हो रहा है। इससे स्थानीय लोग क्षुब्ध है तथा इसके लिए खनन विभाग को दोषी ठहरा रहे हैं। शेखपुरा प्रखंड बीस सूत्री कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष तथा पचना गांव निवासी कुमार मनीष प्रियदर्शी बताते हैं कि इस पहाड़ी बाबा की महिमा अपरम्पार होने के साथ काला पत्थर पुरातत्व के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है। प्रियदर्शी बताते हैं कि काले पत्थर के इस विशाल शिला का अध्ययन करने के लिए दो साल पहले पुरातत्व विभाग की टीम भी पचना आयी थी। प्रियदर्शी बताते हैं कि इस पहाड़ी बाबा की धार्मिक महिमा भी काफी है। बताया गया कि महाभारत काल में पांडवों का मुंडन इसी पहाड़ी बाबा के समीप हुआ था। ग्रामीणों की मान्यता है कि उनकी आराधना से हमेशा कल्याण होता रहा है।
आठवीं सदी में हुई थी स्थापना
स्थानीय इतिहास के जानकार तथा बिहार साहित्यकार संगम से जुड़े साहित्यकार प्रो.लालमणि विक्रांत पचना के इस पहाड़ी बाबा के बारे में नया तथ्य रखते हैं। अपने अध्ययन के आधार पर विक्रांत बताते हैं कि आज से करीब बारह सौ साल पहले आठवीं सदी में पचना पहाड़ पर पवन चक्की स्थापित की थी। कालांतर में यह काले पत्थर की पवनचक्की क्षतिग्रस्त हो गयी। उसी का एक टुकड़ा अबतक विद्यमान है। विक्रांत बताते हैं कि पालवंश से प्रो.राजा धर्मपाल की राजधानी मुंगेर थी तथा शेखपुरा इसी का हिस्सा था। संभव है कि मौसम के अध्ययन के लिए राजा धर्मपाल ने पचना पहाड़ पर पवन चक्की स्थापित थी। विक्रांत इस पवन चक्की का पुरातात्विक जांच कराने पर जोर देते हैं। संभवत: यह अष्टधातु का है।
पचना पहाड़ में काफी मात्रा में लीज के आधार पर वैधानिक तरीके से पत्थर का खनन होता है। अवैध खनन के खिलाफ बराबर छापेमारी होती है। पचना के पहाड़ी बाबा का पुरातात्विक महत्व वाले पवन चक्की को पत्थर खनन से काफी नुकसान हो रहा है। इसकी जांच करायी जायेगी तथा स्थानीय ग्रामीणों की भावना का आदर किया जायेगा।
झकारीराम खनन पदाधिकारी, शेखपुरा
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।