फिर एक बेटी को मां की गोद के बदले मिली जमीन, शिवहर में कपकपाती ठंड में पुआल के ढेर पर फेंकी मिली 2 महीने की बच्ची
बिहार के शिवहर में एक नवजात शिशु को जमीन पर पाया गया। बच्ची को मां की गोद नसीब नहीं हुई। पुलिस मामले की जांच कर रही है और बच्चे की देखभाल की जा रही है ...और पढ़ें
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पुआल पर फेंकी मिली बच्ची। (जागरण)
संवाद सहयोगी, डुमरी कटसरी। एक बार फिर एक बेटी को माता के आंचल के बदले जमीन मिली है। कड़ाके की ठंड के बीच श्यामपुर भटहां थाना क्षेत्र के रामवन रोहुआ चमैनिया गांव में पुआल की टाल पर फेंकी गई दो माह की बच्ची को देखकर हड़कंप मच गया।
गांव की ही कुछ छोटी-छोटी बेटियों ने इस नन्ही बच्ची को गोद में उठा सहारा दिया। कुछ लोगों ने उसे दूध भी पिलाया। मुखिया श्यामपुर पंचायत प्रकाश कुंवर उर्फ गोलू की सूचना पर मौके पर पहुंचे श्यामपुर भटहां थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बच्ची को सुरक्षित संरक्षण में ले लिया।
वहीं, बच्ची की पहचान करा उसके परिवार तक जल्द से जल्द बच्ची को पहुंचाने की पहल शुरू कर दी है। फिलहाल बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है। माना जा रहा है कि किसी ने जानबूझ कर बच्ची को यहां छोड़ दिया है।
बहरहाल, बच्ची की बरामदगी की 15 दिनों के भीतर यह दूसरी घटना है। इसके पूर्व पिपराही थाना क्षेत्र अंतर्गत डुब्बाघाट पुल के नीचे बागमती नदी के किनारे छह-सात साल की बच्ची लावारिश हालत में मिली थी।
चार दिनों तक बच्ची पुल के नीचे पड़ी रही। बाद में लोगों की सूचना पर चौकीदार ने डायल 112 टीम के सहयोग से बच्ची को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया था। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। चिकित्सक ने बच्ची को मृत करार दिया था।
चौकीदार ने अज्ञात माता-पिता के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इस मामले में पुलिस को अब तक बच्ची के माता-पिता के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। इसी बीच यह दूसरी बच्ची मिली है।
यह बच्ची ग्रामीणों व पुलिस प्रशासन की तत्परता से सुरक्षित है। लेकिन इन दोनों मामलों से यह साफ हो गया हैं कि बेटियां अब भी बोझ है। अन्यथा उसे माता की गोद के बदले पुआल का टाल और नदी का किनारा नहीं मिलता।

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