सारण में दशहरा ड्यूटी से गायब 7 पुलिसकर्मियों का वेतन रोका, SSP ने मांगा 5 दिनों में स्पष्टीकरण
सारण जिले में दशहरा पर्व के दौरान शांति बनाए रखने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों में से सात ड्यूटी से गायब पाए गए। वरीय पुलिस अधीक्षक डा.कुमार आशीष ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए सभी का वेतन रोकने का आदेश दिया है। इन पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है और संतोषजनक जवाब न मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

जागरण संवाददाता, छपरा। सारण जिले में दशहरा पर्व के दौरान जिले में शांति और विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक स्तर पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इसके तहत विभिन्न चौक-चौराहों और संवेदनशील स्थलों पर पुलिस पदाधिकारी व बलों को ड्यूटी पर लगाया गया था।
लेकिन जांच में सात पुलिस पदाधिकारी एवं बल अपने निर्धारित स्थल से अनुपस्थित पाए गए। इसे गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता मानते हुए सारण के वरीय पुलिस अधीक्षक डा.कुमार आशीष ने तत्काल प्रभाव से सभी का वेतन रोके जाने का आदेश जारी कर दिया है।
अनुपस्थित मिले ये पुलिसकर्मी
सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-एक रामपुकार सिंह के विभिन्न जगह पर पदस्थापित पुलिस पदाधिकारी की जांच की गई। जिसमें उन्होंने एकअक्टूबर को प्रस्तुत प्रतिवेदन में साफ हुआ कि साहेबगंज चौक पर तैनात पुलिस अवर निरीक्षक विरेन्द्र मांझी, प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार, पुलिस केंद्र के महिला सिपाही टुन्नी कुमारी और महिला सिपाही ममता कुमारी ड्यूटी से अनुपस्थित थे।
सोनारपट्टी चौक पर महिला सिपाही बृजकिशोरी और जमा मस्जिद के पास महिला सिपाही सलोचना कुमारी व महिला सिपाही मानो कुमारी भी गायब मिलीं।
पांच दिनों के अंदर मांगा गया है स्पष्टीकरण
एसएसपी ने इसे कर्तव्य के प्रति घोर अनुशासनहीनता मानते हुए आदेश में स्पष्ट किया है कि सार्वजनिक सुरक्षा और विधि-व्यवस्था की जिम्मेदारी में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सातों पुलिसकर्मियों पर तत्काल प्रभाव से वेतन धारित (सस्पेंड पेमेंट) करने का आदेश दिया गया है।इसके साथ ही सभी से पांच दिनों के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। निर्धारित समय पर संतोषजनक जवाब नहीं देने पर इनके विरुद्ध सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
अनुशासनहीनता पर जीरो टालरेंस
सारण पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि ड्यूटी से गायब होना सीधे-सीधे आदेश उल्लंघन और अनुशासनहीनता का मामला है। ऐसे मामलों में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी।सार्वजनिक सुरक्षा के मामले में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
पुलिस बल को दिया संदेश
एसएसपी ने यह भी स्पष्ट किया कि पर्व-त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे मौके पर अनुपस्थित रहना न केवल जनता की सुरक्षा को खतरे में डालता है, बल्कि पुलिस की साख को भी कमजोर करता है।इस कार्रवाई से पूरे बल को संदेश दिया गया है कि कर्तव्य से विचलन या आदेश की अवहेलना पर कठोर विभागीय दंड तय है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।