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    सारण में फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी में सुस्ती पर डीएम सख्त, तय किए प्रति कर्मी दैनिक लक्ष्य

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 02:32 PM (IST)

    सारण जिले में फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने कड़ा रुख अपनाया है। समीक्षा बैठक में उन्होंने असंतोष व्यक् ...और पढ़ें

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    समाहरणालय में समीक्षा बैठक

    जागरण संवाददाता, छपरा(सारण)। जिले में चल रहे फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी कार्य की धीमी प्रगति को लेकर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने कड़ा रुख अपनाया है। मंगलवार को समाहरणालय में आयोजित समीक्षा बैठक में डीएम ने अब तक की उपलब्धि को असंतोषजनक बताते हुए संबंधित अधिकारियों और कर्मियों को कार्य में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी दोनों कार्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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    समीक्षा बैठक में बताया गया कि सारण जिले में अब तक 1,05,298 किसानों का ई-केवाईसी पूरा किया जा चुका है, लेकिन इनमें से केवल 12,431 किसानों की ही फार्मर रजिस्ट्री हो पाई है। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ई-केवाईसी के साथ-साथ फार्मर रजिस्ट्री का कार्य भी समान रूप से जरूरी है। जब तक दोनों प्रक्रियाएं पूरी नहीं होंगी, तब तक किसानों को योजनाओं का लाभ समय पर नहीं मिल सकेगा।

    जिलाधिकारी ने बताया कि ई-केवाईसी का कार्य कृषि विभाग के किसान सलाहकार और कृषि समन्वयक के माध्यम से कराया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक कर्मी प्रतिदिन कम से कम 50 किसानों का ई-केवाईसी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। वहीं ई-केवाईसी के बाद जिन किसानों के नाम से जमाबंदी कायम है, उनकी फार्मर रजिस्ट्री का कार्य राजस्व कर्मचारियों द्वारा किया जाएगा। इसके लिए प्रति राजस्व कर्मचारी प्रतिदिन न्यूनतम 10 फार्मर रजिस्ट्री करने का लक्ष्य तय किया गया है।

    समीक्षा के दौरान यह भी सामने आया कि जिले के कुछ प्रखंडों का प्रदर्शन बेहद कमजोर है। इस पर जिलाधिकारी ने पानापुर, बनियापुर, गरखा, मशरक और इसुआपुर प्रखंडों के प्रखंड कृषि पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया। डीएम ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही प्रगति में सुधार नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारियों और कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

    डीएम वैभव श्रीवास्तव ने अपर समाहर्ता को निर्देश दिया कि फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी की दैनिक प्रगति की नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी हर दूसरे दिन इस कार्य की समीक्षा करेंगे, ताकि निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप कार्य की गति बनी रहे।

    बैठक में अपर समाहर्ता, जिला कृषि पदाधिकारी और उप निदेशक कृषि मौजूद रहे, जबकि सभी अंचलाधिकारी और प्रखंड कृषि पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। जिलाधिकारी ने अंत में दो टूक कहा कि फार्मर रजिस्ट्री और ई-केवाईसी कार्य में शिथिलता किसानों के हितों के साथ खिलवाड़ है और इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।