Saran News: मढ़ौरा नगर पंचायत बनेगा नगर परिषद, 30 वार्डों में होगा बंटवारा; मुख्यालय भेजा गया प्रस्ताव
मढ़ौरा नगर पंचायत को नगर परिषद बनाने का प्रस्ताव राज्य मुख्यालय भेजा गया है जिससे स्थानीय लोगों में उत्साह है। वर्तमान में 16 वार्ड हैं जो बढ़कर 30 हो जाएंगे। अंवारी समेत चार पंचायतें शामिल होंगी जिससे जनसंख्या लगभग 59881 हो जाएगी। जनप्रतिनिधियों में खुशी और चिंता दोनों हैं क्योंकि इससे शहरी विकास होगा पर ग्रामीण स्वरूप बदल जाएगा। लोग फैसले का इंतजार कर रहे हैं।

पंकज पांडेय, मढ़ौरा (सारण)। मढ़ौरा नगर पंचायत अब नगर परिषद बनने की ओर अग्रसर है। स्थानीय स्तर पर इसकी चर्चा काफी जोर पकड़ चुकी है। प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत विभागीय जांच और प्रस्ताव तैयार कर रिपोर्ट जिला प्रशासन ने राज्य मुख्यालय को भेज दी है। माना जा रहा है कि जल्द ही इसे मंजूरी मिल जाएगी।
वर्तमान में मढ़ौरा नगर पंचायत में कुल 16 वार्ड हैं। नगर परिषद बनने के बाद इनकी संख्या बढ़कर 30 हो जाएगी। इसके साथ ही नगर क्षेत्र का विस्तार भी होगा और आसपास के गांवों में विकास की नई राह खुलेगी। नगर परिषद का दर्जा मिलने से जहां शहरी सुविधाओं में वृद्धि होगी, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचेगा।
अंवारी समेत चार पंचायत होंगे शामिल
नगर परिषद के विस्तार में अंवारी पंचायत पूर्ण रूप से शामिल होगा। वहीं शिल्हौरी, डेवढ़ी और हसनपुरा पंचायतों के कुछ हिस्से मढ़ौरा नगर परिषद की सीमा में आएंगे।
शिल्हौरी से शिल्हौरी गांव, डेवढ़ी से डेवढ़ी गांव तथा हसनपुरा से राहिमपुर छपिया, चैनपुर, रुप राहिमपुर और मुबारकपुर को जोड़ा जाएगा। इन तीन पंचायतों के नगर परिषद में शामिल होने से इनका अलग अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
जनसंख्या दोगुनी होने की संभावना
2011 की जनगणना के अनुसार मढ़ौरा नगर पंचायत की आबादी 29,885 थी। नगर परिषद बनने पर इसमें 29,932 की अतिरिक्त आबादी जुड़ेगी और कुल जनसंख्या बढ़कर 59,881 तक पहुंच जाएगी। नगर परिषद का गठन करने के लिए न्यूनतम 40 हजार की जनसंख्या और 24 वार्ड आवश्यक हैं। मढ़ौरा का प्रस्ताव इन दोनों मानकों से कहीं अधिक है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
नगर परिषद बनाए जाने को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों में उत्साह और चिंता दोनों देखी जा रही है। नगर के मुख्य पार्षद रुबी सिंह और कार्यपालक पदाधिकारी बबलू कुमार ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि नगर परिषद का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जिलाधिकारी द्वारा रिपोर्ट तैयार कर राज्य मुख्यालय को भेजी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी मंजूरी मिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि नगर परिषद बनने से शहरी सुविधाओं का विस्तार होगा और आसपास के ग्रामीण इलाकों में विकास की रफ्तार तेज होगी। हालांकि, पंचायतों के नगर परिषद में विलय से वहां के मुखिया और पंचायत प्रतिनिधि चिंतित हैं। उनका कहना है कि पंचायत के नगर में जुड़ने से ग्रामीण स्वरूप समाप्त हो जाएगा।
फिलहाल, मढ़ौरा में नगर परिषद बनने को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है और लोग प्रशासनिक फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यदि प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो मढ़ौरा नगर परिषद सारण जिले का एक और बड़ा शहरी केंद्र बनकर उभरेगा।
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