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भू-माफिया हड़प रहे मढ़ौरा चीनी मिल की जमीन

जिले के अनुमंडल मुख्यालय मढ़ौरा में स्थापित उत्तर भारत के प्रथम चीनी मिल की संपत्तियों को असामाजिक तत्वों के साथ भू माफिया धीरे धीरे हड़पते जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Feb 2018 04:36 PM (IST)Updated: Wed, 07 Feb 2018 04:36 PM (IST)
भू-माफिया हड़प रहे मढ़ौरा चीनी मिल की जमीन
भू-माफिया हड़प रहे मढ़ौरा चीनी मिल की जमीन

सारण। जिले के अनुमंडल मुख्यालय मढ़ौरा में स्थापित उत्तर भारत के प्रथम चीनी मिल की संपत्तियों को असामाजिक तत्वों के साथ भू माफिया धीरे धीरे हड़पते जा रहे हैं। मिल बंद होने के कुछ महीनों तक मिल में काम करने वाले मजदूर संगठन से जुड़े लोगों ने इसकी संपति बचाने के लिए निगहबानी की। समय के साथ मिल के चालू होने की क्षीण होती उम्मीद के साथ ही धीरे धीरे उनकी सक्रियता भी कम होती चली गई। मजदूर संगठन के लोगों की सक्रियता जैसे ही कम हुई यह क्षेत्र वीरान होने लगा। जिसका फायदा चोरों और असामाजिक तत्वों ने खूब उठाया। 90 के दशक में जैसे ही फैक्ट्री बंद हुई। धीरे धीरे इसमें कार्यरत कर्मचारी डेरा खाली कर जाने लगे। उसके बाद दबंगों के बीच मिल के आवासीय कॉलोनी के क्वार्टर व साहबों की कोठी सहित मिल प्रबंधन के शासकीय इमारतों की संपति को हड़पने की होड़ मच गई। चीनी मिल के साथ ही धीरे धीरे अन्य तीन फैक्ट्री भी बंद हो गई। मार्टन फैक्ट्री के आवासीय क्वार्टर पर दबंगों ने कब्जा जमा तो लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से की। जिसपर कार्रवाई भी हुई और मकान खाली भी कराए गए। लेकिन प्रशासन के सुस्त पड़ते ही ये लोग फिर सक्रिय होकर मकान का ताला तोड़कर उसपर फिर से अवैध कब्जा कर लिए।

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चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा जमीन पर कबजा :

जमीन पर कब्जा भी चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा। पहले फैक्ट्री की खाली पड़ी जमीन पर पहले तो अस्थाई रूप से फुटकर दुकान बनाया गया। इसके बाद धीरे धीरे लोग पक्के मकान ओर पक्के दुकान बनाने लगे। फैक्ट्री के लोहे रात में कौन कहे दिन में कटने लगे। लोगो की शिकायत पर स्थानीय पुलिस कभी कभार छापेमारी कर कुछ चोरों को पकड़ भी लिया । परन्तु चोरों की सेहत पर इसका कोई असर नही पड़ा। आज भी अगर आप इस तरफ से गुजरते है तो लोहे व तांबे को काटने के लिए चल रहे हथौड़े की आवाज मिलेगी।

एसडीओ का आदेश हो रहा बेअसर

चीनी मिल की जमीन पर अवैध कब्जा जमाने को ले स्थानीय लोगो द्वारा शिकायत किए जाने पर एसडीओ संजय कुमार राय ने नोटिस के माध्यम से 10 दिनों के अंदर जमीन खाली करने का निर्देश दिया थ। इस नोटिस के जारी होने के लगभग एक सप्ताह बाद कब्जे धारियों के कान में जूं भी नही रेंग रहा। लोग चीनी मिल की जमीन पर अभी भी मिट्टी गिराकर दुकान बनाने की फिराक में है । मानो उन्हें पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई का कोई ़खौ़फ नही हैं। सूत्रों की मानें तो कई लोगो ने फर्जी कागजात बनाकर फैक्ट्री की जमीन को अपने नाम से करवा लिया हैं। फर्जी कागजात बनाने में विभाग के कर्मियों की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही हैं। आम जनो की मानें तो अगर प्रशासन अभी सक्रिय नही हुआ तो करोड़ों का लोहा व तांबा तथा जमीन पर दबंग हड़प लेंगे।

भाकपा करेगी माफियाओं के खिलाफ आंदोलन

भाकपा के जिला सचिव सह मजदूर नेता रामबाबू ¨सह ने इसके लिये प्रशासन को जिम्मेवार मानते हुए इसके खिलाफ आंदोलन की बात कही। उन्होंने कहा कि भाकपा जल्द इस मुद्दे को लेकर सभी लोगो की भागीदारी कर सड़क पर उतरेगी। इस माफिया गिरी में अंचल कार्यालय के साथ हल्का कर्मचारी की भी मिली भगत हैं।


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