Litchi Farming: उत्तर बिहार के लीची उत्पादकों की बल्ले-बल्ले, रेलवे के इस फैसले से व्यापार होगा आसान
लीची उत्पादकों को रेलवे ने बड़ी राहत दी है। रेलवे को बापूधाम-अहमदाबाद एक्सप्रेस की पार्सल स्पेस का दो साल का ठेका मिल गया है। इससे रेलवे को 2.02 करोड़ की आमदनी की उम्मीद है। साथ ही उत्तर बिहार के लीची उत्पादक किसानों को भी इसका फायदा मिलेगा। इसके साथ ही पवन एक्सप्रेस और अंत्योदय एक्सप्रेस में अतिरिक्त VPH जोड़ने की योजना है।

जागरण संवाददाता, नयागांव (सारण)। लीची उत्पादकों को रेलवे ने बड़ी राहत दी है। रेलवे ने ट्रेन संख्या 19484 बापूधाम-अहमदाबाद एक्सप्रेस की पार्सल स्पेस का ठेका आगामी दो वर्षों के लिए सफलतापूर्वक ई-नीलामी के माध्यम से प्रदान किया गया है। इस अनुबंध से भारतीय रेलवे को लगभग 2.02 करोड़ रुपये की आय होने की संभावना है।
रेलवे का बढ़ेगा राजस्व
इस बात की जानकारी देते हुए पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि यह निर्णय न केवल रेलवे के राजस्व को सशक्त बनाएगा, बल्कि उत्तर बिहार के लीची उत्पादकों के लिए भी एक बड़ी सौगात साबित होगा।
लीची लोडिंग को मिलेगा बढ़ावा
विशेष रूप से मुजफ्फरपुर स्टेशन से लीची की बड़े पैमाने पर लोडिंग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे उत्पादकों को पश्चिम भारत के प्रमुख बाजारों तक अपने ताजे फल और अन्य कृषि उत्पाद पहुंचाने की बेहतर सुविधा प्राप्त होगी। इसका सीधा लाभ किसानों को उचित मूल्य और व्यापक बाजार पहुंच के रूप में मिलेगा।
इन ट्रेनों में भी जोड़ा गया अतिरिक्त क्षमता वाला VPH
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रौशन कुमार ने बताया कि इस लीची सीजन में पवन एक्सप्रेस में 23 टन की अतिरिक्त क्षमता वाला VPH (Parcel Van) जोड़ा गया है।
इसके साथ ही अंत्योदय एक्सप्रेस ट्रेनों में भी 5 से 6 अतिरिक्त VPH जोड़ने की योजना पर कार्य किया जा रहा है, जिससे देश के दूर-दराज इलाकों तक कृषि उत्पादों की सुगम आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
रेलवे की अनूठी पहल
यह पहल भारतीय रेलवे की 'संपर्क से समृद्धि' नीति को मजबूती देती है, जो किसानों को देश के कोने-कोने में स्थित बेहतर बाजारों से जोड़ने के उद्देश्य से लगातार प्रयासरत है।
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