Chhapra News: मढ़ौरा में कब्रिस्तान की जमीन पर क्यों चला बुलडोजर? पुलिस को देखते ही मचा हड़कंप
Chhapra News छपरा के मढ़ौरा में कब्रिस्तान की जमीन पर किए गए अतिक्रमण को प्रशासन ने हटवाया है। अंचलाधिकारी अंब्पाली यादव के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई। अतिक्रमणकारियों ने जमीन को अपना बताया लेकिन न्यायालय के निर्देश पर अतिक्रमण हटाया गया। लोगों के हटने के बाद यहां बुलडोजर चलाया गया। बता दें कि बिहार के कई जिलों में अतिक्रमण चल रहा है।

संवाद सूत्र, मढ़ौरा (सारण)। Chhapra News: छपरा के मढ़ौरा प्रखंड के पोझी कपूर गांव में सालों से कब्रिस्तान की जमीन पर किए अतिक्रमण को अंचलाधिकारी अंब्पाली यादव के नेतृत्व में प्रशासन ने हटवाया। शुक्रवार को जिला व स्थानीय थाना पुलिस बल के साथ अंचलाधिकारी मौके पर पहुंची और घर एवं अन्य प्रकार से किए गए अतिक्रमण पर लोगों को 10 मिनट का समय देकर अंचलाधिकारी ने भूमि खाली करने की अपील की।
जिसके उपरांत बुलडोजर चलाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। अंचलाधिकारी ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा न्यायालय में परिवाद दायर किया गया था।
जिसके बाद न्यायालय के निर्देश पर भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया गया। जबकि, अतिक्रमणकारी नसीरुद्दीन,तसरुद्विन ,क्यामुद्विन आदि ने भूमि को अपना बताते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा बिना किसी सूचना के जबरदस्ती करके संपत्ति को क्षति पहुंचाया गया है।
छपरा का हथुआ मार्केट का अतिक्रमण से बुरा हाल
छपरा का हथुआ मार्केट 70 के दशक में सारण ही नहीं सिवान एवं गोपालगंज के भी लोगों के लिए शूटिंग-सेटिंग और रेडीमेड कपड़ा खरीदने का प्रमुख स्थल था। आज भी हथुआ मार्केट में शूटिंग सटिंग के ब्रांडेड कपड़े खरीदने के लिए लोग पहुंचते हैं। खासकर वैरायटी साड़ी खरीदने के लिए महिलाओं की भीड़ हथुआ मार्केट ही आता है।
शादी ब्याह की मार्केटिंग करने के लिए पहली पसंद लोगों की हथुआ मार्केट ही है। छपरा शहर की पहचान के रूप में स्थापित हथुआ मार्केट वार्ड नंबर 21 में स्थित है। लेकिन वर्तमान समय में हथुआ मार्केट की स्थिति काफी बदहाल हो गयी है।
हथुआ मार्केट में कूड़ा-कचरा फेंका गया
यहां साफ-सफाई में कोई विशेष ध्यान नहीं है। हथुआ मार्केट में जहां भी खाली जगह है वहां पर कूड़ा कचरा फेंका गया है। हथुआ मार्केट में नहीं है यूरिनल,महिलाओं को होती है परेशानी: हथुआ मार्केट में शौचालय का अभाव है। जिसके कारण सबसे ज्यादा परेशानी महिला ग्राहक एवं दुकानदारों को होती है।
हथुआ मार्केट के ऊपरी फ्लोर की बरामदे को अब लोग यूरिनल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। पूरे मार्केट परिसर में कहीं भी शौचालय नहीं है।वाहनों की व्यवस्थित पार्किंग की जगह उपलब्ध नहीं है।बरसात के समय में यहां भारी जल जमाव लग जाता है।
मार्केट में पेयजल की व्यवस्था नहीं
इतना ही नहीं मार्केट में पेयजल की व्यवस्था तक नहीं है। हथुआ मार्केट में यूरिनल, शौचालय, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधा का अभाव है। हथुआ मार्केट के कुव्यवस्था से नहीं आ रहे हैं ग्राहक: हथुआ मार्केट में बदहाली के कारण यहां ग्राहक में कम आ रहे हैं। जैसे कारोबार भी अब कम हो रहा है।
दुकानदारों का कहना है कि मार्केट में वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से अब लोग यहां आने से कतरा रहे हैं। वहीं लोगों को बुनियादी सुविधा भी नहीं मिल पाती है। शौचालय एवं पानी तक की व्यवस्था नगर निगम प्रशासन मार्केट में नहीं कर रहा है।
हथुआ मार्केट अपनी खोई हुई चमक ढूंढ़ रहा
जिसके कारण महिला ग्राहकों को काफी दिक्कत होती है। शहरों के दूसरे जगह पर मार्केट की चमक-दमक बढ़ी है जबकि हथुआ मार्केट अपनी खोई हुई चमक ढूंढ़ रहा है। हथुआ मार्केट की कारोबारी चुनौतियां जाम-अतिक्रमण से दिनोंदिन गंभीर हो गई हैं।
मुख्य द्वार अतिक्रमण का शिकार
शहर के जाम और अतिक्रमण की शिकायतें करने वाले व्यापारी अपने मार्केट के मुख्य द्वार के अतिक्रमण का शिकार होने से क्षुब्ध हैं। द्वार के दोनों ओर अवैध ढंग से दुकानें बन गई हैं। जिसके कारण बाहर लेकर आने में भी लोगों को परेशानी होती है।
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