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    Bihar Education: बिहार के 31 संस्कृत महाविद्यालयों के बहुरेंगे दिन, शिक्षकों की सैलरी को लेकर भी आया नया अपडेट

    Updated: Wed, 30 Apr 2025 03:20 PM (IST)

    Bihar Education News Hindi सारण सहित बिहार के 31 संस्कृत महाविद्यालयों की स्थिति जल्द सुधरेगी। आनंद पुष्कर और शिक्षक नेता निलेश त्रिपाठी ने राज्यपाल से मिलकर अनुदान और शिक्षकों के वेतन संबंधी समस्याओं पर चर्चा की। राज्यपाल ने शिक्षा विभाग से बात कर समाधान का आश्वासन दिया ताकि महाविद्यालयों में पठन-पाठन सुनिश्चित हो सके और शिक्षकों को वेतन मिल सके।

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    बिहार के 31 संस्कृत महाविद्यालयों के बहुरेंगे दिन

    जागरण संवाददाता, छपरा। सारण समेत सूबे के 31 संस्कृत महाविद्यालयों के जल्द ही दिन बहुरेंगे। पिछले दिनों सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी आनंद पुष्कर एवं संस्कृत विद्यालय के शिक्षक नेता निलेश त्रिपाठी ने महामहिम राज्यपाल के आरिफ मोहम्मद खान से।

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    मुलाकात कर बिहार के 31 संस्कृत महाविद्यालयों के समस्या के संबंध में विस्तार से चर्चा।इस दौरान महामहिम को बिहार वित संपोषित डिग्री महाविद्यालयों के अनुदान से संबंधित समस्या से अवगत कराया।

    बिहार के 31 वैसे संस्कृत महाविद्यालयों की समस्या रखी। जिसमें कई संस्कृत महाविद्यालय में व्याख्याओं के रिक्त पद के कारण पठन पाठन बंद होने और जहां शासी निकाय से नियुक्ति हुई है। वहां 15 वर्ष से बिना वेतन के कई शिक्षक कार्य कर रहे हैं। इससे महामहिम को अवगत कराया।

    नियुक्ति का अनुमोदन शिक्षा विभाग से लेना है

    आनंद पुष्कर ने बताया कि महाविद्यालयों में बहाली करने का अधिकार प्रबंध समिति को है और अनुमोदन देने का अधिकार कामेश्वर सिंह दरभंगा विश्वविद्यालय को है। लेकिन उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्त शिक्षकों का आवंटन नहीं देना और 32बी नियम के तहत इस आधार पर वेतन का आवंटन नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है।

    नियुक्ति का अनुमोदन शिक्षा विभाग से लेना है जबकि नियुक्ति नियमावली में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। महामहिम ने प्रधान सचिव को शिक्षा विभाग से बात कर इस समस्या के निराकरण के लिए अधिकृत किया।

    उन्होंने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द नियमानुकूल करवाई की जाएगी ताकि 31 संस्कृत महाविद्यालय की पठन पाठन सुनिश्चित हो सके।

    आनंद पुष्कर ने बिहार के सभी वित संपोषित महाविद्यालयों को घटानुदान में लाकर वेतन भुगतान सुनिश्चित करवाने की मांग की।

    वहीं संस्कृत विद्यालय के अवकाश प्राप्त शिक्षकों को झारखंड के तरह बिहार में भी पेंशन का लाभ देने की मांग की। साथ ही रोके गए वेतन वृद्धि को शुरू करने की बात कही । महामहिम ने सभी पहलुओं पर सरकार को निर्देश देने का आश्वासन दिया।

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