समस्तीपुर को मिली 937 करोड़ की सौगात, CM नीतीश ने एकसाथ दी ढेर सारी खुशखबरी; नई घोषणा से बदल जाएगी शहर की सूरत
Bihar News समस्तीपुर के लोगों को एक बड़ी खुशखबरी मिल गई है। दरअसल मुक्तापुर मोईन में वाटर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स और जेटी बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर में प्रगति यात्रा के दौरान मुक्तापुर मोईन में सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार कार्य का निरीक्षण किया। पर्यटन विभाग की ओर से नौका विहार ओपन जिम चिल्ड्रेन पार्क वाकिंग ट्रैक की मिलेगी सुविधा।
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। प्रगति यात्रा पर सोमवार को समस्तीपुर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिले के विकास के लिए पर्यटन, परिवहन सुविधा, आपदा नियंत्रण की कई योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। साथ ही कई घोषणाएं भी की।
उन्होंने कहा कि समस्तीपुर जिले में सब तरह के काम करा दिए गए हैं। कुछ नए काम और कराए जाएंगे। कहा कि समस्तीपुर-दरभंगा पथ स्थित मुक्तापुर-मोईन को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
इसके विकसित होने से विकास का एक और मार्ग प्रशस्त होगा। यहां आने-जाने वाले लोगों को दिक्कत न हो इसके लिए समस्तीपुर-दरभंगा पथ पर मुक्तापुर में रेलवे क्रासिंग पर आरओबी का निर्माण कराया जाएगा।
समस्तीपुर शहर के लिए छोटी बेझाडीह से मुक्तापुर में प्रस्तावित आरओबी तक बाईपास सड़क का निर्माण कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इसके अलावा समस्तीपुर शहर में गंडक नदी पर मगरदही घाट के पास पुराने जर्जर पुल के स्थान पर आरसीसी पुल का निर्माण कराने की घोषणा की।
सरायरंजन में मेडिकल कॉलेज के लिए बाईपास का निर्माण कराने, रोसड़ा-शिवाजीनगर पथ का चौड़ीकरण करने, रोसड़ा नगर परिषद में बाईपास का निर्माण करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि इससे लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। शिवाजीनगर प्रखंड में शंकरघाट पर उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण किया जाएगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। दलसिंहसराय की बलान नदी की गाद उड़ाही भी करायी जाएगी।
937 करोड़ से अधिक की सौगात मिली
मुख्यमंत्री ने 937 करोड़ से अधिक की सौगात जिलेवासियों को दी। 198 योजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास किया। इसमें 500.82 करोड़ की 51 योजनाओं का उदघाटन व 436.64 करोड़ की 147 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
मुख्यमंत्री ने उजियारपुर के रायपुर में आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के भवन का उद्घाटन किया। भवन का निरीक्षण किया और अधिकारियों से वहां की व्यवस्थाओं एवं कार्य प्रणाली की विस्तृत जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के यहां उद्घाटन होने से आपातकालीन परिस्थितियों में लोगों को काफी सुविधा होगी और यहां पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र के भवन परिसर से ही समस्तीपुर जिले के विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने इस परिसर में पौधरोपण भी किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने उजियारपुर प्रखण्ड के रायपुर में आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र परिसर के बाहर लगाए गए विभिन्न विभागों, स्वयं सहायता समूह, जिला उद्योग केंद्र, शिक्षा विभाग, जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र, जिला परिवहन कार्यालय आदि के स्टॉलों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से की बातचीत
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम केंद्र सरकार में मंत्री थे तो बाहर कई जगहों पर स्वयं सहायता समूहों का काम देखा लेकिन उस समय बिहार में ऐसा कुछ नहीं था।
जब मुझे बिहार में काम करने का मौका मिला तो वर्ष 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह का गठन करवाया और इसका नाम 'जीविका' दिया।
इससे जुड़नेवाली महिलाओं को हमने 'जीविका दीदी' नाम दिया। उस समय की केंद्र सरकार ने इसके कार्यों को सराहा और पूरे देश में इसे आजीविका नाम से चलाया।
जीविका दीदियों में काफी आत्मविश्वास आया है और उनकी बोलचाल रहन-सहन और जीवन शैली में काफी बदलाव आया है।
बिहार में अब जीविका स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिससे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। बिहार में अब शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों का गठन शुरू करवाया गया है।
शहरों में अबतक 26 हजार जीविका स्वयं सहायता समूह का गठन कराया गया है जिससे 3 लाख जीविका दीदियां जुड़ चुकी हैं।
इस दौरान जीविका दीदियों ने भी मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि स्वयं सहायता समूहों के गठन से हमलोगों को काफी फायदा हो रहा है, यह सब आपकी देन है। हमलोगों के जीविकोपार्जन के लिए आपने काफी कुछ किया है। इसके लिए हमलोग सदा आपके आभारी रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने स्टॉल निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के 217 लाभुकों को 4 करोड़ 34 लाख रुपये तथा बिहार लघु उद्यमी योजना के 331 लाभुकों को 3 करोड़ 31 लाख रुपये का सांकेतिक चेक प्रदान किया।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर प्रखंड स्थित मुक्तापुर मोईन का पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्तावित सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार कार्य का स्थल निरीक्षण किया।
निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने मुक्तापुर मोईन के संबंध में मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि यह करीब 50 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जो बूढ़ी गंडक नदी से जुड़ा है।
इस दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुक्तापुर मोईन के दोनों तरफ आवागमन के लिए सुगम रास्ते का निर्माण करवाएं।
इसके तल की गहराई को और अधिक कराएं ताकि ज्यादा से ज्यादा जल संरक्षित रहे। मुक्तापुर मोईन के दोनों तरफ रास्ते का निर्माण हो जाने से लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी और यह देखने में भी बहुत अच्छा लगेगा।
इसके आस-पास पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराएं। मुख्यमंत्री ने वारिसनगर प्रखंड के ग्राम शेखोपुर में जल-जीवन हरियाली अभियान के अंतर्गत सौंदर्यीकृत कराए गए तालाब का जायजा लिया।
जायजा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तालाब का काफी अच्छे ढंग से सौंदर्यीकरण हुआ है। इसके चारों तरफ सीढ़ी बन जाने से यहां का दृश्य काफी अच्छा लग रहा है।
हमलोग वर्ष 2019 से जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पूरे बिहार में सभी सार्वजनिक कुओं, तालाबों एवं पोखरों का सौंदर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार करा रहे हैं। तालाब के समीप मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया तथा तालाब में मछली का जीरा एवं बत्तख भी छोड़े।
मुख्यमंत्री ने ग्राम शेखोपुर की वार्ड संख्या 3 का भ्रमण कर विभिन्न विभागों द्वारा कराए गए विकासात्मक कार्यों का मुआयना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, शेखोपुर के शिलापट्ट का अनावरण कर शिलान्यास किया।
ग्राम शेखोपुर की वार्ड संख्या 3 में जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी केंद्र, शेखोपुर का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के संबंध में शिक्षिका एवं बच्चों से बातचीत कर जानकारी ली।
बाद में मुख्यमंत्री ने समाहरणालय में विभागीय समीक्षा भी की। वहां जनप्रतिनिधियों ने प्रस्ताव भी दिया। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय समेत अनेक जनप्रतिनिधियों ने कई प्रस्ताव भी दिया।
बूढ़ी गंडक नदी पर पुल बनाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर जिला अंतर्गत मगरदही घाट पुल के समानांतर पुराने स्क्रू पाइल पुल के स्थान पर 45 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित नया उच्च स्तरीय आरसीसी पुल के निर्माण कार्य के संदर्भ में स्थल निरीक्षण किया।
अधिकारियों ने बूढ़ी गंडक नदी पर स्थित मगरदही घाट पुल के प्रस्तावित समानांतर पुल के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस काम को यथाशीघ्र शुरू कराकर समानांतर पुल का जल्द से जल्द निर्माण कराएं। इस समानांतर पुल के बन जाने से जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी और साथ ही सुचारू रूप से वाहनों का परिचालन होता रहेगा।
ये हैं प्रमुख घोषणाएं
- मुक्तापुर-मोईन को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
- समस्तीपुर-दरभंगा पथ पर मुक्तापुर में रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी का होगा निर्माण।
- समस्तीपुर शहर के लिए छोटी बेझाडीह से मुक्तापुर में प्रस्तावित आरओबी तक बाईपास सड़क का निर्माण होगा।
- समस्तीपुर शहर में गंडक नदी पर मगरदही घाट के पास पुराने जर्जर पुल के स्थान पर आरसीसी पुल का निर्माण होगा।
- सरायरंजन में मेडिकल कॉलेज के लिए बाईपास का निर्माण कराया जाएगा।
- रोसड़ा-शिवाजीनगर पथ का चौड़ीकरण होगा।
- रोसड़ा नगर परिषद में बाईपास का निर्माण होगा। इससे लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
- शिवाजी नगर प्रखंड में शंकर घाट पर उच्चस्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण किया जायेगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।
यह भी पढ़ें-
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।