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    समस्तीपुर में 7 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ FIR, शिक्षा विभाग के अधिकारी भी रडार पर

    समास्तीपुर में शिक्षक नियोजन में बड़ा घोटाला सामने आया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने विभूतिपुर थाने में अलग-अलग सात प्राथमिकी दर्ज करवाई हैं। इसमें दो शिक्षक और पांच शिक्षिका आरोपित किए गए हैं। इस मामले में नियोजन इकाई बीआरसी और जिला शिक्षा विभाग की भूमिका भी संदिग्ध है। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

    By Mukesh Kumar Edited By: Divya Agnihotri Updated: Fri, 28 Mar 2025 02:52 PM (IST)
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    विभूतिपुर में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने 7 शिक्षकों पर की कार्रवाई

    विनय भूषण, विभूतिपुर (समास्तीपुर)। शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा को लेकर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के उपाधीक्षक गौतम कृष्ण ने विभूतिपुर थाने में अलग-अलग सात प्राथमिकी दर्ज करवाई है। इसमें दो शिक्षक और पांच शिक्षिका आरोपित किए गए हैं।

    प्राथमिकी में पुलिस उपाधीक्षक ने कई ऐसे तथ्यों का जिक्र कर दिया है, जिससे न सिर्फ फर्जी शिक्षक-शिक्षिका बल्कि, नियोजन इकाई, बीआरसी और जिला शिक्षा विभाग तक में हड़कंप है।

    2012-14 की नियुक्ति से जुड़ा है मामला

    निगरानी ने स्पष्ट किया है कि वर्ष 2012-14 के शिक्षक नियोजन में नियमावली के अनुसार जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा संबंधित अभ्यर्थियों के टीईटी प्रमाण पत्र के वैधता की जांच कर सही टीईटी वाले मेधा सूची को नियोजन हेतु अनुमोदित किया जाना था।

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    प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी विभूतिपुर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) समस्तीपुर एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी समस्तीपुर द्वारा फर्जी टीईटी के आधार पर नियुक्त शिक्षक-शिक्षिकाओं का नाम मेधा सूची में नहीं रहने के बावजूद नियोजन अनुमोदित कर वेतनादि भुगतान किया गया है।

    ऐसे में पुलिस ने कांड दर्ज कर अनुसंधान की राह पकड़ ली है तो पुलिस के लिए अनुसंधान आसान नहीं रहने वाला है।

    केस 1

    आरोपित फर्जी शिक्षक नवीन कुमार बेगुसराय जिले के भगवानपुर थाना क्षेत्र के मानोपुर निवासी राम विलास महतो व सुनैना दैवी के पुत्र हैं। ये वर्ष 2012 से शिक्षक बनकर प्राथमिक विद्यालय बनौली में काम कर रहे थे।

    इन्होंने सिंघिया बुजुर्ग उत्तर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय सहनी टोल के शिक्षक सह सिंघियाघाट निवासी राम विलास महतो व पार्वती देवी के पुत्र नवीन कुमार के बीईटीईटी प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ कर फर्जी तरीके से उपयोग में लाया था।

    इनके मां के नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और पदस्थापित विद्यालय के नाम अलग पाए गए हैं। बीईओ द्वारा निगरानी को उपलब्ध ग्राम पंचायत राज देसरी कर्रख के वर्ष 2012-14 के मेधा सूची में तत्कालीन नियोजन इकाई सदस्यों के मिलीभगत से शिक्षक पद पर अपना नियोजन करवाया है।

    मेधा सूची पर तत्कालीन वार्ड सदस्य रामबालक महतो व इंदू देवी, पंचायत सचिव, मुखिया पार्वती देवी और अन्य सदस्य के हस्ताक्षर जो तत्कालीन कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी समस्तीपुर द्वारा अनुमोदित है।

    बीईओ, डीपीओ (स्थापना) और डीईओ द्वारा फर्जी टीईटी के आधार पर नियुक्त शिक्षक का मेधा सूची में नाम नहीं रहने के बावजूद नियोजन अनुमोदित कर वेतनादि भुगतान किया गया है।

    केस 2

    आरोपित फर्जी शिक्षक सूरज कुमार मुजफ्फरपुर जिले के सकड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत डिहुली गोइठ निवासी महेश कुमार व अनुराधा देवी के पुत्र हैं। ये प्राथमिक विद्यालय बनौली में शिक्षक बनकर काम कर रहे थे।

    इन्होंने चकहबीब पंचायत के प्राथमिक विद्यालय यादव टोल चकहोजा वार्ड 4 में कार्यरत शिक्षक सह कल्याणपुर निवासी महेश कुमार झा व सावित्री देवी के पुत्र सूरज कुमार के बीईटीईटी प्रमाण पत्र का फर्जी तरीके से उपयोग किया था।

    इसमें पिता व माता का नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और विद्यालय के नाम अलग पाए गए हैं। निगरानी ने इसके पिता के नाम महेश कुमार झा/मुकेश कुमार झा में भी अग्रतर अनुसंधान की आवश्यकता जताई है।

    केस 3

    आरोपित फर्जी शिक्षिका सुजीता कुमारी बेगुसराय जिले के खोदाबंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मालपुर निवासी योगेंद्र सिंह व सुनीला देवी का पुत्री हैं। ये प्राथमिक विद्यालय सरगाहां में शिक्षिका बनकर काम कर रही थीं।

    इन्होंने सिंघिया बुजुर्ग उत्तर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय पासी टोल में कार्यरत शिक्षिका सह वीरसहिया (ब्लॉक रोड) निवासी सुनील कुमार की पत्नी सुजीता कुमारी (पिता योगेन्द्र सिंह व माता चंद्रकला देवी) के बीईटीईटी प्रमाण पत्र का फर्जी तरीके से उपयोग में लाया था।

    इसमें माता का नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और विद्यालय के नाम भिन्न पाए गए हैं।

    केस 4

    आरोपित फर्जी शिक्षिका सोनी कुमारी हसनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मरांची इंद्रप्रस्थ निवासी ज्ञानचंद साह व फुलेश्वरी देवी की पुत्री हैं। ये प्राथमिक विद्यालय सरगाहां में शिक्षक बनकर काम कर रही थी।

    इन्होंने सिंघिया बुजुर्ग उत्तर पंचायत के प्राथमिक विद्यालय पासी टोल में कार्यरत शिक्षिका सह वीरसहिया (ब्लॉक रोड) निवासी सुनील कुमार की पत्नी सुजीता कुमारी (पिता योगेन्द्र सिंह व माता चंद्रकला देवी) का बीईटीईटी प्रमाण पत्र का फर्जी तरीके से उपयोग किया।

    साथ ही अंचल कार्यालय हसनपुर द्वारा निर्गत अनुसूचित जाति (दुसाध) का प्रमाण पत्र संलग्न कर तत्कालीन नियोजन इकाई के सदस्यों के साथ मिलीभगत से शिक्षक पद पर अपना नियोजन करवाया था।

    जाति प्रमाण पत्र में पिता का नाम सिर्फ ज्ञानचंद अंकित है, जिसमें नाम, पिता व माता का नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और विद्यालय के नाम भिन्न पाए गए हैं।

    केस 5

    आरोपित फर्जी शिक्षिका संगीता कुमारी बेगुसराय जिले के खोदाबंदपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बरियारपुर निवासी मुकेश कुमार की पत्नी और रामचंद्र महतो व राधा देवी की पुत्री हैं।

    ये प्राथमिक विद्यालय मल्लाह टोल में शिक्षिका बनकर काम कर रही थी। इन्होंने मध्य विद्यालय सिरसी में कार्यरत शिक्षिका सह बेगुसराय जिले के तेघड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत मानोपुर निवासी रामचंद्र महतो व कौशल्या देवी की पुत्री संगीता कुमारी के बीईटीईटी प्रमाण पत्र का फर्जी तरीके से उपयोग किया।

    इसमें माता का नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और विद्यालय के नाम भिन्न पाए गए हैं।

    केस 6

    आरोपित फर्जी शिक्षिका प्रतिभा कुमारी बेगुसराय जिले के चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत परमानंदपुर निवासी परमानंद सिंह व उषा देवी की पुत्री हैं।

    ये प्राथमिक विद्यालय सरगाहां खराज में शिक्षिका बनकर ना सिर्फ काम की बल्कि, प्रभारी एचएम तक के सफर में रहीं।

    इन्होंने प्राथमिक विद्यालय आदर्श चौक खदियाही में कार्यरत शिक्षिका सह विभूतिपुर निवासी परमानंद सिंह व बचकन देवी की पुत्री प्रतिभा कुमारी के बीईटीईटी प्रमाण पत्र का फर्जी तरीके से उपयोग में लाया था।

    इसमें माता का नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और विद्यालय के नाम अलग पाए गए हैं।

    केस 7

    आरोपित फर्जी शिक्षिका अंजली कुमारी विभूतिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत मिश्रौलिया गांव निवासी विद्यानंद झा व सुनीला देवी की पुत्री हैं। ये प्राथमिक विद्यालय बलहा-2 में शिक्षिका बनकर काम कर रही थी।

    इन्होंने मध्य विद्यालय मुस्तफापुर में कार्यरत शिक्षिका सह पंडित टोल टभका निवासी अभिषेक मिश्रा की पत्नी अंजली कुमारी (पिता विद्यानंद झा व माता रेणु कुमारी) के बीईटीईटी प्रमाण पत्र का फर्जी तरीके से उपयोग में लाया था।

    इसमें माता का नाम, जन्म तिथि, टीईटी अंक पत्र का सीरियल नंबर, पता और विद्यालय के नाम भिन्न पाए गए हैं।

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