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Samastipur News: समूह संचालक से लाखों की लूट करने वाले 3 शातिर गिरफ्तार, कुख्यात अंतरजिला गिरोह से जुड़े है सभी बदमाश

बिहार के समस्तीपुर में बंगरा थाना क्षेत्र के शनिचरा घाट नून नदी के किनारे गत 14 दिसंबर की शाम समूह संचालक हुई लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में पुलिस ने गुप्त सूचना पर शनिवार रात कोठिया पुल के पास छापेमारी कर अवैध हथियार के साथ तीन शातिरों को गिरफ्तार किया। पुलिस को तकनीकी जांच और सूत्रों की मदद से यह सफलता मिली।

By Ankur Kumar Edited By: Mohit Tripathi Updated: Mon, 08 Jan 2024 12:05 AM (IST)
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कुख्यात अंतरजिला गिरोह से जुड़े है सभी बदमाश। (सांकेतिक फोटो)
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर में बंगरा थाना क्षेत्र के शनिचरा घाट नून नदी के किनारे गत 14 दिसंबर की शाम समूह संचालक हुई लूट का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में पुलिस ने गुप्त सूचना पर शनिवार रात कोठिया पुल के पास छापेमारी कर अवैध हथियार के साथ तीन शातिरों को गिरफ्तार किया। जबकि, अंधेरे का लाभ उठाकर चार -पांच बदमाश भाग निकले।

गिरफ्तार बदमाशों में वैशाली जिले के पातेपुर थाना क्षेत्र के भगवान कैजू निवासी योगेंद्र पासवान के पुत्र जगदीश पासवान उर्फ जितेंद्र पासवान, दिलीप पंजीयार के पुत्र रोहित कुमार और मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के राजापुर निवासी केश अहमद के पुत्र आबाब हैं।

गिरफ्तार बदमाशों के पास से एक पिस्टल, दो कारतूस, दो मोबाइल, एक टैब, एक बायोमेट्रिक यूएसबी डिवाइस, एक एटीएम कार्ड, एक डेबिट कार्ड मिला।

एएसपी ने क्या बताया ?

सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय में रविवार को एएसपी संजय पांडे ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश संगठित अंतरजिला गिरोह से जुड़े हैं।

ये सभी समस्तीपुर समेत सीमावर्ती वैशाली और मुजफ्फरपुर जिले में रेकी कर लूटपाट, राहजनी और छिनतई करते थे।

शनिवार रात पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कोठिया पुल के पास कुछ असामाजिक तत्व जुटे हैं। सभी अपराध की साजिश कर रहे हैं।

पीछा कर तीन को किया गिरफ्तार

थानाध्यक्ष मनीषा कुमारी, दारोगा रामअवेध सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने वहां की घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही बदमाश भागने लगे। मगर पुलिस ने पीछा कर तीन को गिरफ्तार कर लिया।

उसके पास से एक पिस्टल दो कारतूस, दो मोबाइल, एक टैब, एक बायोमीट्रिक यूएसबी डिवाइस, एक एटीएम कार्ड, एक डेबिट कार्ड मिला। पूछताछ में बदमाशों ने घटना में संलिप्तता स्वीकार की।

गिरफ्तार शातिर ने क्या बताया ?

गिरफ्तार जगदीश पासवान ने बताया कि लूटे गए मोबाइल को रास्ते में फेंक दिया था। जबकि, एटीएम कार्ड से पैसा निकालने और आधार कार्ड को मोबाइल सिम निकालने के लिए पास रख लिया था।

वहीं टैब और बायोमीट्रिक यूएसबी टैब अपने घर के पीछे छिपा दिया। लूटे गए रुपये से मौज-मस्ती की। छापेमारी टीम में थानाध्यक्ष के अलावा डीआइयू प्रभारी मुकेश कुमार, सिपाही अरविंद कुमार आदि थे।

1.71 लाख रुपये की हुई थी लूट

गौरतलब है कि 14 दिसंबर को बदमाशों ने बंगरा थाना क्षेत्र में शनिचरा घाट नून नदी के पास एक समूह संचालक से हथियार के बल पर 1 लाख 71 हजार नकद, एटीएम, आधार कार्ड, टैब, मोबाइल और बायोमीट्रिक चार्जर लूट लिया था।

इस संबंध में पीड़ित ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस को तकनीकी जांच और सूत्रों की मदद से पुलिस को सफलता मिली।

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