न्यू ईयर में तैयार होगी बाईपास रेललाइन, दरभंगा–सहरसा सफर होगा तेज
नए साल तक बैजनाथपुर अन्दौली – न्यू झाझा बाईपास रेललाइन तैयार हो जाएगी। इससे सहरसा से दरभंगा का सफर 30-40 मिनट तेज होगा, क्योंकि सरायगढ़ में इंजन रिवर् ...और पढ़ें

East Central Railway Update: सहरसा से दरभंगा का सफर 30–40 मिनट होगा तेज। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, समस्तीपुर। Darbhanga Saharsa Rail Route: कोसी और मिथिलांचल को कम समय में जोड़ने वाली बैजनाथपुर अन्दौली–न्यू झाझा बाईपास रेललाइन नए साल में बनकर तैयार हो जाएगी।
इसके चालू होने से सहरसा से सुपौल होते हुए दरभंगा जाने वाली ट्रेनों के सफर में यात्रियों का लगभग 30 से 40 मिनट का समय बचेगा। नई बाईपास लाइन के माध्यम से ट्रेनें बैजनाथपुर अन्दौली से सीधे न्यू झाझा, निर्मली होते हुए झंझारपुर और दरभंगा तक पहुंचेंगी।
फिलहाल सहरसा से दरभंगा जाने वाली ट्रेनें बैजनाथपुर अन्दौली से सरायगढ़ होकर जाती हैं, जहां इंजन रिवर्सल के कारण काफी समय लगता है। बाईपास लाइन के शुरू होने के बाद इंजन रिवर्सल की जरूरत समाप्त हो जाएगी।
जिससे यात्री ट्रेनों के साथ-साथ मालगाड़ियों का परिचालन भी अधिक सुगम और तेज हो सकेगा। इससे सरायगढ़ स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव भी कम होगा, हालांकि वहां से ट्रेनों का संचालन पहले की तरह जारी रहेगा।
साढ़े पांच किलोमीटर में बिछ चुकी है नई लाइन
बैजनाथपुर अन्दौली से न्यू झाझा तक लगभग साढ़े पांच किलोमीटर लंबी बाईपास रेललाइन का ट्रैक बिछ चुका है। अब इसे पुरानी रेललाइन से जोड़ने का कार्य शेष है।
रेलवे के अनुसार इसी माह या जनवरी की शुरुआत में नॉन इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य के दौरान कोसी पुल से पहले न्यू झाझा के पास नई लाइन को जोड़ा जाएगा। इसके बाद ट्रेनें निर्मली के रास्ते झंझारपुर और दरभंगा तक परिचालित होंगी तथा वापसी में इसी मार्ग से सुपौल होते हुए सहरसा पहुंचेंगी।
रेल निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बैजनाथपुर अन्दौली और न्यू झाझा दोनों स्टेशनों पर एनआई कार्य प्रस्तावित है। इसके लिए समस्तीपुर मंडल को पत्र भेजा जा चुका है। न्यू झाझा में प्री-एनआई कार्य कराया जाएगा, जबकि बैजनाथपुर अन्दौली में यह कार्य अक्टूबर में ही पूरा कर लिया गया है।
जनवरी में सीआरएस निरीक्षण की योजना
एनआई कार्य पूरा होने के बाद जनवरी में ही सीआरएस (कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी) निरीक्षण कराने की तैयारी है। रेलवे का लक्ष्य चालू वित्तीय वर्ष के भीतर, यानी मार्च तक इस बाईपास रेललाइन पर ट्रेन परिचालन शुरू करने का है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे स्टेशन
इस रेलखंड पर तीन सीमित ऊंचाई वाले सब-वे (एलएचएस) और दो रेल फाटक बनाए गए हैं। झाझा गांव में एक तथा चांद पीपर में दो एलएचएस का निर्माण किया गया है। एक-एक रेल फाटक बैजनाथपुर अन्दौली और न्यू झाझा में रहेगा। इसके अलावा सात छोटे रेल पुलों का भी निर्माण पूरा हो चुका है।
बैजनाथपुर अन्दौली और न्यू झाझा दोनों स्टेशनों की इमारतें बनकर तैयार हैं। प्लेटफॉर्म पर टाइल्स लगाने, यात्री शेड, सर्कुलेटिंग एरिया और संपर्क सड़कों का कार्य अंतिम चरण में है।
बाईपास लाइन के निर्माण के साथ बैजनाथपुर अन्दौली को हॉल्ट से उन्नत कर जंक्शन बनाया गया है, जबकि नव निर्मित न्यू झाझा स्टेशन को भी जंक्शन का दर्जा दिया गया है।

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