Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Teacher Jobs: बिहार के इस जिले में हजारों शिक्षकों की नौकरी पर संकट! नियुक्ति में फर्जीवाड़े का है मामला

    जिले में कुल 11 हजार 454 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है। इसमें निगरानी को सात हजार 909 नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक अंक व प्रमाण पत्र से संबंधित फोल्डर उपलब्ध कराया जा सका। बचे हुए शिक्षकों का अब तक फोल्डर नहीं दिया गया है। अब सक्षमता परीक्षा के लिए नियोजित शिक्षकों को फार्म भरना है।

    By Prakash Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 06 Feb 2024 02:12 PM (IST)
    Hero Image
    बिहार के इस जिले में हजारों शिक्षकों की नौकरी पर संकट! नियुक्ति में फर्जीवाड़े का है मामला

    प्रकाश कुमार, समस्तीपुर। सर्टिफिकेट लाओ, नौकरी पाओ के तहत फर्जी तरीके से बहाल शिक्षकों की मुसीबत बढ़ने वाली है। जिले के तीन हजार 545 ऐसे शिक्षक हैं, जिनका नियुक्ति फोल्डर अब तक निगरानी को नहीं मिला। ये शिक्षक करीब 15 वर्ष से नौकरी कर रहे हैं। बाद में नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्र वेब-पोर्टल पर अपलोड किए गए थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसको लेकर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो पटना के पुलिस उपाधीक्षक गौतम कृष्ण ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) से जांच से संबंधित वेब-पोर्टल पर अपलोडेड अप्राप्त फोल्डर की सत्यापित वेब प्रति उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन विभागीय स्तर पर अब तक फोल्डर उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।

    जिले में कुल 11 हजार 454 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है। इसमें निगरानी को सात हजार 909 नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक अंक व प्रमाण पत्र से संबंधित फोल्डर उपलब्ध कराया जा सका। बचे हुए शिक्षकों का अब तक फोल्डर नहीं दिया गया है। अब सक्षमता परीक्षा के लिए नियोजित शिक्षकों को फार्म भरना है। उन्हें पूर्व की नौकरी के कागजात जमा करने हैं। जिले में ऐसे भी शिक्षक हैं, जिनकी नियुक्ति पहले शिक्षा मित्र के रूप में हुई थी।

    आठ साल से चल रही कवायद

    उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में निगरानी अन्वेषन ब्यूरो द्वारा वर्ष 2006 से 2015 तक के नियोजित उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक, पुस्तकालयध्यक्ष एवं प्रारंभिक शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच की जा रही है। शिक्षक बहाली की जांच में बीते आठ साल से फोल्डर ढूंढने की कवायद चल रही थी।

    12 शिक्षकों का एसटीईटी मूल प्रमाण पत्र गायब

    शहर में आठ साल से नौकरी करने वाले 12 माध्यमिक शिक्षकों का एसटीईटी मूल प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है। शिक्षकों ने इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी और नगर निगम के आयुक्त को आवेदन दिया, लेकिन प्रशासनिक स्तर इस दिशा में पहल नहीं की जा रही है। नगर परिषद समस्तीपुर नियोजन इकाई के तहत वर्ष 2015 में माध्यमिक शिक्षक के पद पर योगदान लिया गया था। काउंसलिंग में एसटीईटी पेपर एक के प्रथम पत्र की मूल प्रति जमा कराई गई थी।

    16 मई, 2015 को नियुक्ति पत्र जारी किया गया था। नियोजन के विभिन्न चरणों के कार्यांवित होने के कारण शिक्षकों को मूल कापी नहीं मिली। बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा हेतु नगर निगम समस्तीपुर नियोजन इकाई में प्रमाण पत्र की मूल कापी निर्गत करने हेतु आवेदन दिया गया, लेकिन नियोजन इकाई द्वारा बताया गया कि शिक्षकों के प्रमाण पत्र की मूल कापी गुम हो गई है।

    ये भी पढ़ें- Bihar Politics: ...तो फ्लोर टेस्ट में इस पार्टी का साथ देंगे जीतन राम मांझी, नाराजगी के बीच कर दिया बड़ा एलान

    ये भी पढ़ें- Bihar Teacher News: नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ी खबर! सक्षमता परीक्षा को लेकर सामने आया नया अपडेट, एक चूक पड़ेगी भारी