एसएसटी चेक पोस्ट से अपराधियों पर लगाम लगाएगी बेगूसराय व समस्तीपुर की पुलिस, तैयार की संयुक्त रणनीति
Bihar News बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में समस्तीपुर और बेगूसराय की पुलिस ने बैठक की। इसके तहत अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान किया गया। इसके साथ-साथ एसएसटी चेक पोस्टों का निरीक्षण भी किया गया। इसके साथ ही संयुक्त छापेमारी का भी निर्णय लिया गया।

संवाद सहयोगी, दलसिंहसराय (समस्तीपुर)। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बेगूसराय और समस्तीपुर जिले की पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में संयुक्त पहल की है। बुधवार की देर शाम एनएच-28 स्थित गंडक प्रोजेक्ट के आइबी परिसर में बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार और समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई।
बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों जिलों में अपराधियों पर निगरानी सुनिश्चित करना और चुनावी माहौल को सुरक्षित बनाना था। दोनों जिलों के एसपी ने बैठक में अपने-अपने जिलों के अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान किया, जिससे आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण किया जा सके।
इस दौरान पुलिस अधीक्षकों ने आगामी चुनाव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए संयुक्त रणनीति पर बल दिया। बैठक में मौजूद पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश भी दिए गए। दलसिंहसराय के डीएसपी विवेक कुमार शर्मा, रोसड़ा और तेघड़ा के डीएसपी भी शामिल हुए। एसपी ने उन्हें विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाने का निर्देश दिया।
साथ ही, शराब माफियाओं और अवैध कारोबारियों पर लगातार छापेमारी करने और फरार चल रहे वारंटियों को तेजी से गिरफ्तार करने पर जोर दिया गया। अधिकारीगणों ने आश्वस्त किया कि चुनावी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या असामाजिक तत्वों की गतिविधियों को सख्ती से रोका जाएगा।
बैठक के दौरान दोनों जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने एसएसटी (स्टैटिक सर्विलांस टीम) द्वारा बनाए गए चेक पोस्टों का निरीक्षण किया। समस्तीपुर जिले की ओर से दलसिंहसराय अनुमंडल के ढेपुरा, अजनौल और विद्यापति थाना क्षेत्र के शेरपुर में एसएसटी चेक पोस्ट की स्थापना की गई है।
इन चेक पोस्टों पर तैनात पुलिस पदाधिकारियों को सभी संदिग्ध वाहनों एवं व्यक्तियों की कड़ी निगरानी करने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, थाना अध्यक्षों से अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों पर नकेल कसने और आसपास के थाना क्षेत्रों में चल रही छापेमारी कार्यवाही में आपसी सहयोग करने को भी कहा गया।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार की संयुक्त कार्रवाई से अपराधों पर बेहतर नियंत्रण होगा और चुनावी प्रक्रिया निर्विघ्न संपन्न कराना संभव होगा। गौरतलब है कि चुनावी समय में अक्सर शराब और नकदी के अवैध कारोबार को बढ़ावा देने की कोशिशें होती हैं।
ऐसे में पुलिस द्वारा उठाए गए ये एहतियाती कदम मतदाताओं तक निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने की गारंटी देंगे। बैठक के बाद दोनों जिलों के पुलिस अधिकारियों ने संवाद कर भरोसा जताया कि प्रशासन की एकजुटता से किसी भी प्रकार की अव्यवस्था की संभावना को समय रहते निष्प्रभावी किया जा सकेगा।
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