Atul Subhash: अतुल सुभाष की मौत मामले में नया मोड़, छोटे भाई ने किया चौंकाने वाला खुलासा
Atul Subhash Case Full Story in Hindi एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत मामले में रोज कोई न कोई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अतुल के छोटे भाई ने अब गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दस्तावेज को लेकर एक बड़ी बात कही है जिससे केस के प्रभावित होने का डर है। यह बात इस खुलासे के बाद अब कई सवाल उठने लगे हैं।

संवाद सूत्र, पूसा रोड (समस्तीपु)। Atul Subhash Case: समस्तीपुर के पूसा रोड निवासी एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की मौत मामले में नए मोड़ सामने आ रहे हैं। एक तरफ अतुल सुभाष के छोटे भाई विकास मोदी ने अतुल के ससुरालवालों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
वहीं, दूसरी ओर यह भी कहा है पुलिस की कस्टडी में रखे अतुल के लैपटॉप और मोबाइल फोन के डाटा से छेड़छाड़ कर साक्ष्य मिटाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने इसे साइबर क्राइम का मामला भी बताया। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि मौत से पहले अतुल ने अपने हाथों से जो कुछ लिखा था, उन दस्तावेजों से भी छेड़छाड़ की जा रही है।
विकास मोदी का कहना है कि अतुल ने जो कुछ अपने लैपटॉप, मोबाइल और कागजों में लिखा था, उसे हैक और छेड़छाड़ की जा रही है। यह गंभीर बात है। इस पर पुलिस अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।
पुलिस के कब्जे में मोबाइल-लैपटॉप फिर दस्तावेज से छेड़छाड़ कैसे?
अतुल की मृत्यु के बाद नौ दिसंबर को विकास मोदी ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहां की पुलिस ने अतुल सुभाष की मोबाइल एवं लैपटाप अपने कब्जे में लेकर जब्त कर लिया था।
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब अतुल का मोबाइल और लैपटाप पुलिस की कस्टडी में है तो फिर उसमें अंकित दस्तावेज से छेड़छाड़ कैसे हो रही है। यह साइबर क्राइम का मामला है।
बेंगलुरु की पुलिस ने विकास मोदी को मैसेज के माध्यम से तस्वीर एवं हस्तलिखित हैंड रिटेन डाक्यूमेंट तलब किया। विकास मोदी ने बताया कि बेंगलुरु की पुलिस ने उनको मैसेज किया था।
मैसेज में पुलिस ने विकास मोदी को अतुल सुभाष मोदी एवं निकिता सिंघानिया के विवाह से संबंधित फोटोग्राफ उपलब्ध कराने को कहा था। साथ ही अतुल द्वारा हाथ से लिखे गए डाक्यूमेंट की भी मांग की थी।
जिससे उसके लिखावट का मिलान किया जा सके। पुलिस द्वारा मांगे गए दोनों सामग्री मैसेज के माध्यम से उपलब्ध करा दी गई है।
बेंगलुरु पुलिस से भाई के पुत्र की बरामदगी का आग्रह
अतुल सुभाष मोदी के भाई विकास मोदी ने सोमवार को बेंगलुरु के पुलिस इंस्पेक्टर से मोबाइल पर बात की। पुलिस इंस्पेक्टर से बात करते हुए उसने कहा कि निकिता सिंघानिया उसकी मां निशा सिंघानिया एवं भाई अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
जिसकी तस्वीर मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक हो गई है लेकिन चार वर्षीय अबोध व्योम मोदी का कोई अता पता नहीं मिल रहा है। वह कहां है, किस स्थिति में है या उसके साथ भी कोई अनहोनी हो गई। इसको लेकर पूरा परिवार चिंतित है।
जब व्योम के मां, नानी एवं मामा को पुलिस ने गिरफ्तार किया तब बच्चे को लेकर उन लोगों से पूछताछ की गई होगी। सवाल के जवाब में पुलिस इंस्पेक्टर ने विकास को बताया कि बच्चे की बरामदगी को लेकर पुलिस सक्रिय है। चौथे आरोपी सुशील सिंघानिया की गिरफ्तारी को लेकर उसके सभी संभावित ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है।
अतुल के पैसे से ससुरालवाले खरीदने वाले थे संपत्ति
अतुल सुभाष जो जीते जी न कर सके, मरने बाद कर गए। यदि वे आज जिंदा होते तो उनके भीतर के प्रश्नों से हम सभी रूबरू भी नहीं होते और न ही पत्नी व ससुराल के लोगों की गिरफ्तारी संभव हो पाती।
अतुल ने अपने 24 पन्नों के सुसाइड नोट में कई खुलासे करते हुए अपने भीतर दफन कुछ सवाल भी उठाए हैं। उन्होंने लिखा है कि इन अपराधी महिलाओं को झूठे मामले दर्ज कराने के लिए जेल क्यों नहीं जाना चाहिए?
दहेज मांगने वाला व्यक्ति अपनी सास और साले के खातों में लगातार पैसे क्यों ट्रांसफर करता रहा? कोरोना जैसे हालात में वह अपनी सास के लिए अलग-अलग दुकानों से सप्ताहभर में डाक्टर की लिखी दवाई खोजबीन कर लाता रहा। क्या अपने साले और सास के लालच को बर्दाश्त करना चाहिए?
हिंदू परंपरा और कानून का कौन सा हिस्सा एक आदमी को पत्नी के परिवार के लालच का पालन करने के लिए उत्तरदायी बनाता है? उन्होंने ससुराल के लोगों पर उनके रुपयों से एक करोड़ की संपत्ति खरीदने की चाह रहने की बात लिखी है।
अपने केस की चर्चा करते हुए लिखा है कि पत्नी ने उनके व स्वजन पर दहेज के 10 लाख रुपये नहीं देने पर शादी के तुरंत बाद में पिटाई का आरोप लगाया। सच यह है कि पत्नी केवल दो दिन ही उनके पिता के घर रुकी।
यह बात पत्नी ने स्वयं कबूल की है। मारपीट का कोई साक्ष्य नहीं मिला। अतुल ने लिखा है कि उनके जैसा मजबूत कद काठी वाला आदमी अगर किसी को बुरी तरह पीटता तो उसकी हड्डियां टूट जातीं। खून बहता। कम से कम कुछ निशान तो होते ही।
उसने इसकी कोई फोटो क्यों नहीं दिखाई या कोई ऐसा व्यक्ति क्यों नहीं दिखाया जो इसका गवाह हो। हमने 10 लाख रुपये दहेज की मांग की, यह सबसे हास्यास्पद आरोप है। मेरी पत्नी ने दावा किया है कि जब वह घर छोड़कर गई थी, तब नौकरी में मेरा 40 लाख सालाना का पैकेज था।
पत्नी ने यह भी दावा किया कि बाद में यह 80 लाख हो गया। 40 या 80 लाख रुपये कमाने वाला कभी 10 लाख रुपये दहेज मांग क्यों करेगा और अपनी पत्नी और बच्चे को क्यों छोड़ेगा?
दो साल के बच्चे को चालीस हजार का प्रतिमाह क्यों?
उन्होंने लिखा है कि कानून का उद्देश्य बच्चे के लिए वास्तविक भरण-पोषण प्रदान करना या पति से पत्नी को संपत्ति हस्तांतरित करना है। क्या महज दो साल के बच्चे को 40 हजार रुपये प्रतिमाह देना उचित है। क्या दो साल का बच्चा इतना पैसा खा जाएगा।
अतुल सुभाष की मौत के मामले में अब क्या हो रहा?
- पवन मोदी ने भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री एवं मानवाधिकार आयोग को ईमेल भेज कर अपने पोते व्योम मोदी के सुरक्षित उनके पास कस्टडी दिलाने का आग्रह किया है।
- अतुल सुभाष की पत्नी से लगातार पूछताछ जारी है, वह पुलिस के सामने खुद का बचाव करने की कोशिश में लगी है
- ईमेल में अतुल सुभाष सुसाइड कांड के कारण एवं उसके द्वारा मृत्यु पूर्व लिखित दस्तावेज की भी चर्चा की गई है।
- अतुल सुभाष की मां अंजू मोदी की सेहत अपने जवान बेटे के गम में गिरती जा रही है। डाक्टर की सलाह के अनुसार उन्हें आवश्यक दवा दी जा रही है।
- सोमवार को बहुत अनुनय विनय के साथ पवन मोदी ने अपनी हाथ से अंजू को थोड़ा सा आहार खिलाया।
- भाजपा के वरिष्ठ नेता राम सुमिरन सिंह पूसारोड में पवन मोदी के आवास पर आ कर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देते हुए दुख की घड़ी में हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया।
- अतुल सुभाष ने वैनी गंगापुर के गोल्डेन पब्लिक स्कूल में प्राथमिक शिक्षा ग्रहण की थी।
- सोमवार को विद्यालय के प्राचार्य राकेश वर्मा के नेतृत्व में अतुल के सम्मान में दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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