सहरसा के छात्रों के लिए खुशखबरी! सदर अस्पताल में शुरू होगा पीजी डिप्लोमा कोर्स
सहरसा के जिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीजी डिप्लोमा कोर्स जल्द शुरू किया जाएगा। पटना से आई टीम ने अस्पताल की व्यवस्था का मूल्यांकन किया जिसकी रिपोर्ट एनबीईएमएस को भेजी जाएगी। 2018 से चल रही तैयारी अब रंग लाएगी सहरसा 22वां जिला होगा। स्त्री रोग विशेषज्ञ के लिए चार सीटों का प्रस्ताव है। बिहार को इस प्रोग्राम के लिए 192 सीटें मिली हैं जिनमें से कुछ सहरसा को मिलेंगी।

शैलेश रवि, सहरसा। स्वास्थ्य क्षेत्र में जिलावासियों को जल्द ही एक बड़ी सौगात मिलने वाली है। जिला के सदर अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीजी प्रोग्राम का कोर्स शुरू किया जाएगा। इसकी तैयारी स्वास्थ्य विभाग और जिला स्तर पर पूरी कर ली गई है।
पटना से आई एसेसमेंट टीम भी इस कोर्स को शुरू करने से पूर्व व्यवस्था का अवलोकन किया। जिसका रिपोर्ट नेशनल बोर्ड आफ एक्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीइएमएस) को भेजा जाएगा।
जिला स्तर पर इस कोर्स की अनुमति एनबीइएमएस के द्वारा ही मिलेगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ष 2018 से तैयारी किया जा रहा था। लेकिन 2023 से इस पर काम शुरू हुआ और वर्तमान में बिहार के 21 जिला सरकारी अस्पताल में यह सेवा शुरू हो चुका है।
वहीं सहरसा 22वां जिला होगा। इस संबंध में इस पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम को जिला स्तर पर शुरू करने की पहल करने वाले स्वास्थ्य विभाग के सलाहकार प्रभाकर सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल सहरसा के लिए प्रसुती एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ के लिए चार सीट हेतु एनबीइएमएस को आवेदन किया गया था।
उस आधार पर एनबीइएमएस टीम के द्वारा सदर अस्पताल के व्यवस्था का मूल्यांकन किया। मूल्यांकन में सब कुछ सही पाया गया है। एनबीइएमएस कमेटी के द्वारा अब जल्द ही इसे शुरू करने की अनुमति दिया जाएगा।
सदर अस्पताल प्रबंधक सिंपी कुमारी ने बताया कि पीजी कोर्स पढ़ाई के लिए बेहतर व्यवस्था पूर्व से तैयार किया गया था। मूल्यांकन के लिए पहुंची टीम यहां की व्यवस्था से अवगत होते हुए आश्वासन दिया कि जल्द ही इस व्यवस्था पर इसकी अनुमति मिल जाएगी। चार नहीं तो कम से कम तीन सीट जरूर मिलेगा।
बिहार को मिली है 192 सीट
पीजी प्रोग्राम के लिए बिहार को 192 सीट मिली हुई है। इसमें मेडिकल कालेज और मेडिकल सुपर स्पेशलिटी के साथ जिला अस्पताल में इस सीट पर पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम (दो वर्ष) के लिए नामांकन होगा। इसमें करीब 45 फीसदी सीट जिला सरकारी अस्पताल को मिलेगा। इसमें नामांकन का 50 प्रतिशत नेशनल और 50 फीसदी स्टेट कोटा की सीट है।
सदर अस्पताल में पीजी प्रोग्राम शुरू करने के लिए टीम द्वारा एसेसमेंट किया गया जिसमें व्यवस्था बेहतर पाया गया है। अब स्वीकृति मिलते ही उसे शुरू किया जाएगा। -डॉ. रतन कुमार, सिविल सर्जन, सहरसा
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।