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बिहार समाचार: सहरसा जेल से बाहर आए पूर्व सांसद आनंद मोहन, सामने पत्‍नी को देख पढ़ीं गीता की यह पंक्ति‍यां

Anand Mohan News पूर्व सांसद आनंद मोहन सहरसा जेल से पेरोल पर बाहर आ गए। उन्‍हें एक पारवारिक समारोह में भाग लेने के लिए 15 दिनों की पेरोल मिली है। जेल के बाहर पत्नी को देख उन्होंने गीता की पंक्तियां भी बढ़ीं।

By Jagran NewsEdited By: Dilip Kumar shuklaPublished: Fri, 04 Nov 2022 11:44 AM (IST)Updated: Fri, 04 Nov 2022 08:04 PM (IST)
बिहार समाचार: सहरसा जेल से बाहर आए पूर्व सांसद आनंद मोहन, सामने पत्‍नी को देख पढ़ीं गीता की यह पंक्ति‍यां
Anand Mohan News: बिहार की सहरसा जेल से बाहर आए आनंद मोहन।

संवाद सूत्र, सहरसा।  Anand Mohan News : बिहार के गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड के सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन पेरोल पर शुक्रवार को बाहर आए। उन्हें पुत्री सुरभि आनंद के शुभलग्‍न और 97 वर्षीय मां गीता देवी के खराब स्वास्थ्य के कारण पहली बार 15 दिनों के पेरोल की दी गई है। उनके आने की सूचना पाकर तीन दिनों से बड़ी संख्या में समर्थक जेल गेट से लेकर उनके आवास तक पहुंच रहे थे। जेल के बाहर आनंद ने पत्नी को देखकर गीता की पंक्तियां भी पढ़ीं। बता दें कि कुछ कागजात की कमी के कारण बुधवार के बदले आनंद दो दिन बाद शुक्रवार को बाहर आए। 

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बेटे ने दी पिता के बाहर आने की सूचना

आनंद मोहन के जेल से बाहर आने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में समर्थक उनके आवास और जेल के समीप सुबह से ही जमा रहे। रास्ते से लेकर उनके गंगजला स्थित आवास पर आनंद के दीदार के लिए लोग प्रयासरत रहे। आवास पर पहुंचते ही समर्थकों के गगनभेदी नारे गूंज उठे। उन्हें फूल-माला व बुके देने वालों का तांता लगा रहा। लंबे समय तक जेल में रहने और पहली बार पैरोल पर बाहर आने के कारण इंटरनेट मीडिया पर बुधवार से ही इसको लेकर चर्चा जारी रही। पूर्व सांसद के पुत्र शिवहर विधायक चेतन आनंद ने बुधवार को ही इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों को किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देने का आग्रह किया था। शुक्रवार की सुबह उन्हाेंने इंटरनेट मीडिया के जरिए पिता के जेल से बाहर आने की सूचना दी।

जेल गेट के बाहर जुटे समर्थक

आनंंद मोहन के बाहर आने से पहले उनकी पत्‍नी लवली आनंद सहरसा जेल गेट पर मौजूद थीं। आनंद मोहन की नजर जैसे ही उनकी पत्‍नी पर पड़ी उन्‍होंने गीता की कुछ पंक्तियां उन्‍हें सुनाईं। आनंद मोहन ने कहा कि 'जो हुआ अच्छा हुआ, जो हो रहा अच्छा हो रहा है और जो होगा वह भी अच्छा होगा।' उन्‍होंने कहा कि शुभ काम के लिए वे जेल से बाहर आए हैं। सहरसा जेल से निकलने के बाद वे सबसे पहले अपनी मां गीता देवी से मिलने पहुंचे। घर में उनके आगमन की पूरी तैयारी की गई थी। उनसे बड़े भाई से मिले। घर में हो पारिवारिक समारोह की भी चर्चा की। आनंद मोहन की बेटी की शादी तय हो गई है। 


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