Rohtas: मौत भी नहीं कर पाई जुदा, पति के गुजरने के कुछ ही देर बाद पत्नी की भी हुई मौत; एक ही चिता पर जले दोनों
बिहार से एक अनोखी घटना समाने आई है। बिहार के रोहतास में एक बुजुर्ग दंपति ने साथ निभाने का वादा जीवन के अंतिम सांस तक निभाया। एक ही चिता पर दोनों की अंत्येष्टि हुई। पति की मौत के आधे घंटे बाद ही पत्नी ने भी दम तोड़ दिया। शादी के मंडप में साथ जीने-मरने की कसमें खाने वाले इस दंपती ने रियल लाइफ में भी इसे सच कर दिया।

प्रमोद टैगोर, जागरण संवाददाता, संझौली (रोहतास)। शादी के मंडप में सात फेरे लेते हुए पति-पत्नी साथ जीने-मरने की कसमें खाते हैं। फिल्मों में दिखाया जाता है कि कई बार जोड़ियां जिंदगी की डोर को तोड़ एक साथ दुनिया को अलविदा कह जाती हैं, पर रियल लाइफ में ऐसा कम ही देखने को मिलता है।
एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जहां जीवन के साढ़े छह दशक साथ रहने के बाद बुजुर्ग दंपती एक साथ दुनिया को अलविदा कह गए। प्रखंड के जिगनी ग्राम निवासी 85 वर्षीय अवध बिहारी पांडेय और उनकी पत्नी 83 वर्षीय देवमातो देवी ने एक साथ जीने-मरने की कसम को जीवन के अंतिम सफर तक निभाया।
दोनों ने आधे घंटे के अंतराल पर ही एक साथ प्राण त्याग दिए। बेटों ने माता-पिता के इस प्रेम की कड़ी को तब और मजबूत बना दिया, जब उनका अंतिम संस्कार भी एक ही चिता पर बक्सर के मुक्तिधाम में किया गया।
दोनों पुत्रों ने एक साथ दी मुखाग्नि
माता-पिता की मौत के बाद उनके दोनों पुत्रों ने एक साथ संयुक्त रूप से दंपती को मुखाग्नि दी। स्थानीय लोगों के अनुसार वेलेंटाइन वीक में इस जोड़े ने वैलेंटाइन हमसफर की अद्भुत कहानी लिख दी है। क्षेत्र में पति पत्नी की ऐसी मौत की खबर की हर जगह चर्चा हो रही है।
अंतिम संस्कार में गांव के काफी लोग शामिल हुए। ग्रामीण रासबिहारी पांडेय बताते हैं कि इस तरह की घटना अक्सर फिल्मों में देखी जाती है, पर यहां वास्तविक जीवन में देखा गया।
पति की मौत के गम में पत्नी ने भी तोड़ा दम
दंपती के बड़े पुत्र कमलेश पांडेय के अनुसार पिताजी सुबह अचानक गिर पड़े और हल्की चोटें आ गई। उन्हें अस्पताल में दिखाने ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
घर में मां ने जैसे ही पिता की मौत की खबर सुनी, उसने भी आंखें बंद कर ली। घर के लोग कुछ समझ पाते, तब तक उन्होंने भी दुनिया को अलविदा कह दिया था। एक साथ माता-पिता की मौत से वह काफी दुखी हैं।
गांव से लेकर बक्सर तक के शव यात्रा में पति-पत्नी की एक साथ मौत की खबर चर्चा का विषय बनी रही। पुत्रों की मानें तो माता-पिता के बीच के प्यार की प्रेरणा पूरे परिवार को मिली है। दो भाइयों के साथ पूरे परिवार में आज भी वैसा ही प्यार भरा माहौल है।
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