किसान खरीद रहे अधिक दाम पर खाद, निर्धारित मूल्य से पांच से छह सौ रुपये का घालमेल; अधिकारी ने दिया चौंकाने वाला जवाब
धान के कटोरे में गेहूं की बोआई के लिए आवश्यक एनपीके खाद की कृत्रिम कमी पैदा कर दुकानदार किसानों से निर्धारित मूल्य से पांच से छह सौ रुपये अधिक मुनाफा लेकर लगभग दो हजार रुपये प्रति बोरी दे रहे हैं। कृषि विभाग और अन्य अधिकारी खाद की उपलब्धता बता रहे हैं लेकिन किसान परेशान हैं। बफर स्टॉकिस्ट और थोक विक्रेताओं की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।

बफर स्टॉकिस्ट की भूमिका भी सवालों के घेरे में
किसी भी गोदाम-दुकान में नहीं हुई छापामारी
-
कृषि विभाग के आंकड़े बताते हैं कि अब भी स्टॉक में एनपीके 58186 बोरी उपलब्ध है। वहीं, यूरिया भी 314229 बोरी, डीएपी 27140 बोरी, एमओपी पोटास 28452 व एसएसपी 159937 बोरी जिले की विभिन्न दुकानों, गोदामों में उपलब्ध है। -
बावजूद दो हजार रुपये प्रति बोरी एनपीके बेचे जाने की शिकायत के बाद भी किसी गोदाम-दुकान में न तो छापामारी हुई, न हीं किसी पर कार्रवाई ही हुई। -
किसान बताते हैं कि एक सप्ताह में बोआई खत्म होने पर प्रशासन खाद को लेकर सक्रियता दिखाएगा। फिलहाल कालाबाजारियों को छूट दे दिया है। -
बालापुर के किसान रामचंद्र सिंह, मनीपुर के संतोष पांडेय बताते हैं कि खाद काफी अधिक मूल्य पर मिल रहा है। जिससे बोअनी पर असर पड़ रहा है। पांच से छह सौ रुपये देकर किसान खाद खरीद रहे हैं।
कहते हैं अधिकारी
जिले में एनपीके, डीएपी, यूरिया समेत अन्य उर्वरकों की उपलब्धता है। किसी खाद की कमी नहीं है। कोई भी दुकानदार अधिक मूल्य पर खाद बेचता है तो उसकी दुकान की अनुज्ञप्ति रद्द कर उसपर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। किसान भी अधिक मूल्य लेकर खाद बेचने वालों की सूचना दें।- राम कुमार जिला कृषि अधिकारी, रोहतास
यह भी पढ़ें-
तेजस्वी यादव की 'माई-बहिन मान योजना' को टक्कर देंगे नीतीश कुमार! जल्द कर सकते हैं ऐलान
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।