BPSC Success Story: आगंनबाड़ी सेविका का बेटा बना SDM, UPSC CSE के इंटरव्यू राउंड तक पहुंच चुके हैं ऋषिकेश
BPSC 67th Final Result 2023 अगर मन से कुछ पाने की मजबूत इच्छा शक्ति के साथ यदि संकल्प ले लिया जाए तो शायद कुछ भी मुश्किल नहीं है। इसको चरितार्थ किया है शहर के फजलगंज मोहल्ला निवासी ऋषिकेश तिवारी ने। 67वीं बीपीएससी परीक्षा में बाजी मारने वाले ऋषिकेश 71 वां रैंक लाकर एसडीएम पद के लिए चयनित हुए है।

जागरण टीम, सासाराम/ दिनारा (रोहतास)। अगर मन से कुछ पाने की मजबूत इच्छा शक्ति के साथ यदि संकल्प ले लिया जाए तो शायद कुछ भी मुश्किल नहीं है। इसको चरितार्थ किया है शहर के फजलगंज मोहल्ला निवासी ऋषिकेश तिवारी ने।
67वीं बीपीएससी परीक्षा में बाजी मारने वाले ऋषिकेश 71वीं रैंक लाकर एसडीएम पद के लिए चयनित हुए है। ऋषिकेश मूल रूप से दिनारा प्रखंड के भुआवल गांव निवासी पत्रकार डॉ. ओमप्रकाश तिवारी के पुत्र है। माता सुमनलता आंगनबाड़ी सेविका हैं।
सासाराम से की 12वीं तक पढ़ाई
अपने संघर्ष की बदौलत उन्होंने सफलता का झंडा बुलंद कर अन्य लोगों को प्रेरणा देने का काम किया है। सासाराम शहर में रहकर 12वीं तक पढ़ाई करने वाले ऋषिकेश ने स्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की है। वे फिलहाल दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से सामाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं।
Photo- बाएं से ऋषिकेश तिवारी और उनके पिता डॉक्टर ओम प्रकाश तिवारी
इंजीनियर है ऋषिकेश का बड़ा भाई
ऋषिकेश का बड़ा भाई इंजीनियर है, उनके पिता डॉ. ओमप्रकाश तिवारी बताते हैं कि ऋषिकेश पिछले वर्ष संघ लोकसेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा के इंटरव्यू में शामिल हुए थे। उक्त परीक्षा में अंतिम रूप से उनका चयन नहीं हो सका था, फिलहाल उसकी तैयारी में भी लगे हुए है।
बीपीएससी परीक्षा में मिली सफलता से उनके परिवार से लेकर शुभचिंतकों में खुशी का माहौल है। सफलता पर पिता-पुत्र दोनों को बधाई मिल रही है।
यह भी पढ़ें - BPSC Success Story: चायवाले के घर डबल खुशी- बेटी बनी अफसर, एक हफ्ते पहले पत्नी ने भी इस परीक्षा में हासिल की सफलता
यह भी पढ़ें - BPSC Final Topper: 67वीं बीपीएससी परीक्षा- पहले प्रयास में मुंगेर की रिया को मिली सफलता, इस पद पर हुआ चयन
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।