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    'ऑपरेशन सिंदूर' में बिहार के बेटे ने भरा गहरा रंग, जानिए कौन हैं DGMO एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती?

    Updated: Mon, 12 May 2025 09:37 PM (IST)

    पूर्णिया के बेटे अवधेश कुमार भारती ने ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वायु सेना में एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती इस ऑपरेशन के डीजीएओ थे। श्रीनगर प्रखंड के झुन्नी कला गांव के रहने वाले अवधेश की इस भूमिका की जानकारी से क्षेत्र में गर्व की लहर है। 1987 में एनडीए पास करने वाले अवधेश ने देश सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया।

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    पूर्णिया के रहने वाले हैं डीजीएमओ एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती। पीटीआई

    मनोज कुमार, पूर्णिया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में पूर्णिया का स्वर्णिम इतिहास रहा है। देशभक्ति यहां की माटी में कूट-कूट कर भरी है। कालांतर में भारत-चीन सहित पाकिस्तान से अब तक युद्धों में भी यहां के वीर जवानों ने न केवल अहम भूमिका निभायी है, बल्कि कई वीरगति को भी प्राप्त हुए हैं। यह गर्व यहां के रोम-रोम से झलकता है।

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    ऐसे में भारत-पाक के बीच ताजा तनाव में पूर्णिया के बेटे की भूमिका न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता है। आतंक के खिलाफ एक्शन को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) का नाम दिया।

    वहीं, ऑपरेशन सिंदूर में पूर्णिया के एक शेर दिल बेटे ने गहरा रंग भरा था, यह जानकारी जब लोगों को चली तो मानो सभी सीना एक साथ गर्व से फड़क उठा है।

    जिले के श्रीनगर प्रखंड के झुन्नी कला गांव निवासी सह वायु सेना में एयर मार्शल के पद पर कार्यरत अवधेश कुमार भारती इस ऑपरेशन के डीजीएओ की भूमिका में हैं।

    अवेधश कुमार भारती के बारे में जानिए-

    गांव वासी सह सिंचाई विभाग से सेवानिवृत अधिकारी जीवछ लाल यादव के पुत्र अवधेश कुमार भारती ने सन 1987 में एनडीए की परीक्षा पास कर देश सेवा की शुरुआत की।

    उनकी पत्नी संगीता भारती भी वायु सेना में विंग कमांडर के पद पर कार्य कर चुकी हैं। उनका एक भाई डॉ. राजेश भारती का शहर में क्लीनिक है। उनकी पत्नी भी चिकित्सक है। एक भाई मिथिलेश कुमार भारती दवा कंपनी में कार्यरत हैं।

    अवेधश कुमार की ऑपरेशन में अहम भूमिका

    अवधेश कुमार भारती इस ऑपरेशन में अहम भूमिका में हैं, यह उनके स्वजनों को भी पता नहीं था। अवधेश कुमार भारती ने स्वजनों को इसकी भनक नहीं लगने दी थी और अभी भी वे स्वजनों से चंद शब्दों में ही बात कर पाते हैं। माता-पिता, भाई व इकलौती बहन को बस यही लग रहा है कि उनका अवधेश अनमोल है।

    उन्होंने देश के लिए जो किया, इससे उन लोगों को जो गर्व है, उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है। बचपन के सहपाठी हो या फिर गांव के अन्य लोग, हर चेहरे के भाव यही बता रहे हैं कि उन लोगों का अवधेश कुमार भारती एक ऐसा इतिहास लिख दिया है, जिसके शब्द इस माटी में लंबे समय तक पढ़े जाएंगे।

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