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    Year Ender 2024: 'पलटी', एंट्री और 'धमकी'... 2024 में यूं बदल गई बिहार की सियासत

    Updated: Fri, 20 Dec 2024 06:19 PM (IST)

    2024 में बिहार की सियासत में कई बड़े उलटफेर देखने को मिले। नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर NDA का दामन थाम लिया। लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान की पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया। प्रशांत किशोर ने जन सुराज पार्टी बनाई। साल के अंत में पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली।

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    नीतीश की 'पलटी', PK की एंट्री और पप्पू को 'धमकी'...

    डिजिटल डेस्क, पटना। जब-जब देश में राजनीति की बात होती है, तब-तब लोगों को बिहार (Bihar Politics News) जरूर याद आता है। आखिर 'अपना बिहार' है ही इतना खास। बिहार के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को राजनीति में खूब दिलचस्पी होती है। इसके कुछ कारण भी हैं, और वो हैं बिहार के राजनेता। अब चूंकि साल 2024 (Year Ender 2024) का अंत हो रहा है, तो इनकी बात होनी तो बनती है।

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    इस आर्टिकल में हम आपको बिहार में घटे साल 2024 के बड़े सियासी घटनाक्रमों की जानकारी देंगे। आर्टिकल में नीतीश की 'पलटी' से लेकर तेजस्वी की 'जन विश्वास यात्रा' और रोहिणी की हार से लेकर शांभवी की जीत तक की बात होगी। पूरे साल बिहार की सियासत में क्या-क्या घटा, आप आसान भाषा में पढ़िए-

    सियासी उलटफेर से हुई 2024 की शुरुआत

    साल 2024 की शुरुआत में ही बिहार का सियासी पारा हाई हो गया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक बार फिर कुछ ऐसा कर दिया, जिसके लिए वो जाने जाते हैं। जी हां, उन्होंने महागठबंधन से अपना नाता तोड़ लिया, लालू की दोस्ती को ठुकरा दिया और फिर अपने पुराने मित्रों के साथ शामिल हो गए। उन्होंने एनडीए (NDA) के साथ पार्टनरशिप कर ली। नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ये अपने आप में ही एक अनोखा रिकॉर्ड है।

    अब आते हैं सीट शेयरिंग पर...

    अब चूंकि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू एनडीए में शामिल हो चुकी थी, तो लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए सीट शेयरिंग की चर्चा शुरू हो गई। सियासी गलियारों में चर्चा थी कि नीतीश बीजेपी के सामने बैकफुट पर नजर आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जदयू को 16 सीटें मिलीं और 12 पर पार्टी को जीत हासिल हुई।

    शुरू हुआ यात्राओं का दौर

    लोकसभा चुनाव के दौरान जहां नीतीश कुमार एनडीए के साथ लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त थे। वहीं, उनके 'भतीजे' तेजस्वी यादव भी अपनी 'जन विश्वास यात्रा' पर निकले हुए थे। हालांकि, उन्हें इसका लाभ नहीं मिला। उनकी यात्रा में भीड़ तो दिखती थी, लेकिन वो वोटों में तब्दील नहीं हुई। राजद ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन जीत सिर्फ 4 सीटों पर मिली।

    प्रशांत किशोर भी इस दौरान यात्रा पर थे। वह जन सुराज अभियान के तहत बिहार में घूम रहे थे। दूसरी ओर, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी यात्रा कर रहे थे। उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला। वह काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव हार गए।

    लोकसभा चुनाव में दिखे चौंकाने वाले नतीजे

    अब यात्राओं का दौरान समाप्त हुआ और बात नतीजों की हुई। लालू की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य सारण लोकसभा सीट से चुनाव हार गईं। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की टिकट पर समस्तीपुर लोकसभा सीट से शांभवी चौधरी सबसे कम उम्र की सांसद बन गईं। दूसरी ओर, लोजपा (रा) की टिकट पर जमुई से चिराग के जीजा अरुण भारती चुनाव जीत गए।

    लोकसभा चुनाव में चिराग का शानदार प्रदर्शन

    लोकसभा चुनाव में चिराग की पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा। उनकी पार्टी ने 5 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी जीत गई। जमुई, हाजीपुर, खगड़िया, समस्तीपुर और वैशाली में चिराग की पार्टी ने जीत हासिल की।

    अब लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके थे और बिहार की सियासत में एक बार फिर बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। नीतीश कुमार ने अपने करीबी नेता संजय झा को जनता दल यूनाइटेड की कमान सौंप दी।

    अनंत सिंह को मिली बड़ी राहत

    पटना हाई कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए अगस्त के महीने में एक-47 के मामले में मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह को बरी कर दिया। इस केस में साल 2016 में अनंत सिंह को जेल जाना पड़ा था। बता दें कि अनंत सिंह के पटना आवास से 24 जून 2015 को रायफल और बुलेट प्रूफ जैकेट मिला था।

    अक्टूबर में लॉन्च हुई नई पार्टी

    जन सुराज अभियान को प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को पार्टी का रूप दे दिया। इसी के साथ उन्होंने एलान किया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रशांत किशोर ने मनोज भारती को जन सुराज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया। अब लगातार पार्टी का विस्तार हो रहा है।

    साल के अंत में शुरू हुआ धमकियों का दौर...

    अब साल के अंत में बिहार में धमकियों का दौर शुरू हो गया। पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली। कई बार उन्हें वॉट्सएप, फोन कॉल और मैसेज के जरिए धमकी दी गई। धमकी मिलने के बाद पप्पू यादव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा और जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा की मांग की।

    2025 में होंगे चुनाव, अभी से बढ़ी सियासी हलचल

    साल 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। नीतीश कुमार प्रगति यात्रा निकालने वाले हैं। वहीं, तेजस्वी यादव कार्यकर्ता संवाद यात्रा कर रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा भी अपनी यात्रा पर निकले हुए हैं। दूसरी ओर, प्रशांत किशोर भी पूरे चुनावी मोड में नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि 2025 में उनकी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाएगी। खैर 2025 के चुनाव में किसकी सिक्का चलेगा, वो बिहार की जनता ही बताएगी। उसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।

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