बिहार विधानसभा में अचानक क्यों हुई कश्मीरी पंडितों की चर्चा? ओवैसी के विधायक को मंत्री ने दिया करारा जवाब
Bihar Budget Session बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर हमलावर हो रहे। सोमवार को विधायक अख्तरूल ईमान ने बि ...और पढ़ें

राज्य ब्यूराे, पटना। बिहार का विधानसभा बजट सत्र चल रहा है। इस दौरान सदन में पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर हमलावर हो रहे हैं।
श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह विधानसभा में सोमवार काे अख्तरूल ईमान द्वारा लाए गए ध्यानाकर्षण में शब्दों पर उलझ गए। विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें कहा कि आप अपना उत्तर पढ़िए, तब वह अपने जवाब पर केंद्रित हुए।
दरअसल, अख्तरूल ईमान का प्रश्न बिहार से बाहर जाकर काम करने वाले मजदूरों से संबंधित था। उन्होंने इसे मजदूरों का बिहार से पलायन कहा था। उनके प्रश्न में एक जिक्र था कि अगर बिहारी मजदूर बाहर मरते हैं तो उनके लाश को लाने की क्या व्यवस्था है?
श्रम संसाधन मंत्री ने दिया जवाब
श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि बिहार के मजदूर अगर बाहर के राज्य में काम करने जाते हैं तो यह पलायन नहीं। उसका नाम-पता तो यहीं का है। देश के किसी राज्य में कोई भी काम कर सकता है। पलायन तो कश्मीरी पंडिताें का था। इसी तरह उन्होंने लाश शब्द पर आपत्ति की और कहा कि लाश नहीं, पार्थिव शरीर कहिए।
श्रम संसाधन मंत्री ने कहा कि बिहारी मजदूर अगर किसी दूसरे राज्य में किसी दुर्घटना में मरते हैं तो उनके पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाती है। दिल्ली स्थित बिहार भवन में राज्य सरकार ने इसके लिए अधिकारी तैनात कर रखे हैं।
पटना के नियोजन भवन और दिल्ली के बिहार भवन के लिए टोल फ्री नंबर काम करता है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में इसके लिए 86 लाख रुपए की व्यवस्था की गयी है।
लालू प्रसाद से भेंटकर रालोजपा के प्रवक्ता ने दी होली की शुभकामनाएं
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने सोमवार को राजद अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से उनके आवास पर मुलाकात की।
श्रवण अग्रवाल ने लालू प्रसाद को होली की शुभकामनाएं दी और उन्हें शॉल भेंट किया। उन्होंने लालू प्रसाद से आशीर्वाद भी लिया। इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव उपस्थित थे।
श्रवण अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि लालू प्रसाद हमारे अभिभावक हैं और हमारे जैसे हजारों कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी हैं। लालू प्रसाद सामाजिक न्याय के सशक्त हस्ताक्षर है और लालू प्रसाद बिहार ही नहीं पूरे देश के दलितों, पिछड़ों, शोषितों एवं अल्पसंख्यक समाज के सबसे बड़े नेता हैं।
देश एवं राज्य की राजनीति में मौजूदा समय में भीमराव आंबेडकर, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया और जननायक कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांत और विचारधारा और उन सभी नेताओं के वसूलों पर कोई मजबूती से खड़ा है तो उस व्यक्तित्व का नाम लालू प्रसाद यादव है।

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