बिहार में अब भ्रष्टाचार की शिकायत करना होगा आसान, निगरानी ब्यूरो ने शुरू की नई पहल
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भ्रष्टाचार पीड़ितों तक पहुंचने के लिए एक नई पहल की है। अब ब्यूरो के अधिकारी जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर पीड़ितों से मिलेंगे और उनकी शिकायतें दर्ज करेंगे। इस अभियान की शुरुआत भागलपुर और पूर्णिया से हो रही है। महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि इससे लोगों को पटना आने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी।

राज्य ब्यूरो, पटना। भ्रष्टाचार के विरूद्ध निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की लड़ाई में अब नई पहल हुई है। निगरानी ने जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रष्टाचार से पीडि़त लोगों के दरवाजे तक जाने का निर्णय लिया है।
निगरानी के वरिष्ठ अधिकारी पीड़ितों से मिलेंगे और उनसे सीधे शिकायत प्राप्त करेंगे और इसके बाद कार्रवाई सुनिश्चित होगी। यह अभियान करीब-करीब सभी जिलों में बारी-बारी से चलेगा। इसकी शुरुआत भागलपुर, पूर्णिया और इसके आसपास के क्षेत्रों से हो रही है।
निगरानी ब्यूरो भ्रष्टाचार के खिलाफ निरंतर ट्रैप केस के अलावा आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने वाले लोक सेवकों के खिलाफ कार्रवाई करता रहा है। निगरानी के महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार के अनुसार कई बार लोगों को अपनी शिकायत के लिए पटना तक आना होता है।
जिसकी वजह से उन्हें काफी कठिनाई होती है। जिसे देखते हुए ब्यूरो ने अपने अधिकारियों को भ्रष्टाचार से पीडि़त तक जाने की पहल की है।
इसकी शुरुआत भागलपुर, पूर्णिया से हो रही है। निगरानी ब्यूरो के एसपी बमबम चौधरी वे अन्य अधिकारियों को चयनित जिलों के रवाना कर दिया गया है।
ये अधिकारी भागलपुर और पूर्णिया में 21 से 23 अगस्त तक उपलब्ध रहेंगे और लोगों से मिलकर उनकी शिकायतें सुनेंगे। अधिकारी भागलपुर निगरानी ब्यूरो, डीएम कार्यालय और भागलपुर के बगल में संयुक्त भवन में भी उपलब्ध रहेंगे।
इसके अलावा इनका क्षेत्र भ्रमण का भी कार्यक्रम है। भ्रष्टाचार के पीडि़त इन अधिकारियों से मिलकर उनके समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
इस नंबर पर भी कर सकते हैं संपर्क - बमबम चौधरी, पुलिस अधीक्षक निगरानी अन्वेषण ब्यूरो - 9939044222/6207099360
भ्रष्टाचार की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। परंतु कई बार लोगों निगरानी ब्यूरो कार्यालय में आने से बचते हैं। उनकी सुविधा के लिए अधिकारियों को उनके दरवाजे तक भेजने की व्यवस्था की गई है। इसकी शुरुआत भागलपुर, पूर्णिया से हो रही है। इसके बाद अन्य जिलों में भी अधिकारी जाएंगे और पीडि़तों से मिलेंगे। हमारी कोशिश है कि भ्रष्टाचार पर हर हाल में अंकुश लगाया जा सके। -जितेंद्र सिंह गंगवार, महानिदेशक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, बिहार
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