नीतीश सरकार का बड़ा ऐलान: शिक्षा विभाग का बजट बढ़कर 77690 करोड़, 2.43 लाख 316 रसोइयों को फायदा
मुख्यमंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा कि वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट राज्य में 4366 करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रुपए हो गया है। बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति नए विद्यालय भवनों के निर्माण एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास में शिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है।

राज्य ब्यूरो,पटना। बिहार में वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट राज्य में 4366 करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रुपए हो गया है। सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन तैयार करने वाले रसोइयों को प्रति माह मिलने वाले मानदेय को सरकार ने दोगुना करने का निर्णय लिया है। इन्हें अब 1650 रुपए प्रतिमाह की जगह 3300 रुपए का मानदेय मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने एक्स हैंडल पर इस आशय की सूचना को साझा किया। संभव है मंगलवार को राज्य कैबिनेट की होने वाली बैठक में इस फैसले को विधिवत मंजूरी मिलेगी।
2.43 लाख 316 रसोइयों को होगा फायदा
सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन तैयार करने वाले रसोइयों की कुल संख्या 2.43 लाख, 316 है। लंबी अवधि से रसोइया संघ द्वारा अपने मानदेय को बढ़ाने की मांग की जा रही थी।
नौ हजार रात्रि प्रहरियों का मानदेय भी दोगुना
मुख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर इस सूचना को भी साझा किया कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत रात्रि प्रहरियों के मानदेय को भी दोगुना करने का निर्णय लिया गया है। इन्हें अभी पांच हजार रुपए प्रतिमाह का मानदेय है जिसे बढ़ाकर दस हजार रुपए किया जाएगा। इनकी संख्या नौ हजार है।
शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशकों को अब आठ की जगह 16 हजार
सरकारी स्कूलों में कार्यरत शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशकों को अब प्रति माह आठ हजार की जगह दस हजार रुपए मानदेय दिए जाने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही इनकी वार्षिक वेतन वृद्धि 200 रुपए के स्थान पर 400 रुपए करने का निर्णय लिया गया है।
शिक्षा विभाग का बजट 77690 करोड़
मुख्यमंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा कि वर्ष 2005 में शिक्षा का कुल बजट राज्य में 4366 करोड़ रुपए था जो अब बढ़कर 77690 करोड़ रुपए हो गया है। बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति, नए विद्यालय भवनों के निर्माण एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास में शिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हमलोग शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार काम कर रहे हैं।
कर्मियों के मनोबल में होगी वृद्धि
इन निर्णयों से कार्यरत कर्मियों के मनोबल में वृद्धि होगी। वे अधिक उत्साह एवं लगन से अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे।
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
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